बस्ती/नगर बाजार,15 अक्टूबर-लाइव भारत समाचार :- लोगों को शुद्ध और स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के लिए सरकार ने जल जीवन मिशन योजना के तहत गांव-गांव में करोड़ों की लागत से पानी की टंकी का निमार्ण कराया. ताकि लोगों को पीने के लिए स्वच्छ और शुद्ध पानी मिल सके, लेकिन विभागीय उदासीनता की वजह से पानी की टंकिया शोपीस बन कर रह गई है।
विकास खण्ड बहादुरपुर के ग्राम पंचायत कोठवाभरतपुर में तीन वर्ष पूर्व लाखों रूपये खर्च कर बना पानी टंकी अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है।मजबूरन ग्रामीण नलों का दूषित जल पी रहे हैं।जब पानी टंकी का निर्माण हो रहा था तब ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी उत्साह था कि अब कोठवाभरतपुर,ककराई,
नेउरीगाढा कुसरौत,समेत दर्जनों गाँव के लोगों को पीने का शुद्ध जल मिल सकेगा।लेकिन निर्माण होने के बाद ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मयस्सर नही हो सका है। आलम यह है कि पानी की टंकी स्थित जगह मे बडे़ बडे़ खर पतवार हो गये हैं।बनने के बाद आज तक एक बूंद पानी ग्रामीणों को नहीं मिला सका।
गाँव निवासी मो०आरिफ, खुशीराम,वसीम, अब्दुल अहद, समेत तमाम ग्रामीणों ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत पानी सप्लाई शुरू न होने से लोगों को नलों का दूषित जल पीना पड़ रहा है।ऐसे में शुद्ध जल न मिलने से तमाम प्रकार की संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है।लापरवाही का आलम यह है कि पानी टंकी परिसर में बिजली व्यवस्था के लिए तार तो खींची गयी लेकिन आज तक ट्रांसफॉर्मर नहीं लग सका है।
ग्राम प्रधान जोहरा खातून ने बताया कि हमने तीन वर्षों से बंद पड़े पानी टंकी में जलापूर्ति के लिए मुख्यमंत्री पोर्टल पर व जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया है।लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
रिपोर्ट :- धर्म प्रकाश श्रीवास्तव-लाइव भारत समाचार