बस्ती ,23 अगस्त : लाइव भारत समाचार :- जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में शुक्रवार को पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया गया। डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल द्वारा राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर थीम संदेश साझा किया गया। संदेश में बच्चों ने जाना कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग कैसे हुई, क्या-क्या कठिनाई आईं और जीवन शैली तथा वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास कैसे हो सकता है।
डायट प्राचार्य ने बताया कि भारत के लिए पूरा मिशन इसलिए गौरवशाली था क्योंकि भारत ने वहां जाने की ठानी थी जहां पर अब तक कोई नहीं पहुंच सका था। अब दुनिया के कई देशों की नजर चांद पर है। सरकारी स्पेस एजेंसियों के साथ ही निजी क्षेत्र की स्पेस कंपनी एजेंसियां, मसलन स्पेस एक्स व अन्य भी मून मिशन डिजाइन कर रही हैं। कार्यक्रम के नोडल प्रवक्ता कल्याण पाण्डेय, डॉ रविनाथ, डॉ गोविंद प्रसाद ने भी राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के थीम पर अपना विचार रखा। प्रवक्ता डॉ गोविंद प्रसाद एवं एसआरजी आशीष श्रीवास्तव द्वारा भारत ऑन द मून पोर्टल पर डायट के प्रशिक्षुओं का क्विज कराया गया तथा पोर्टल पर चंद्रयान-3 के वीडियो को दिखाते हुए रानी की खोज विषय पर अंतरिक्ष दिवस के चंद्रायन-3 लैंडिंग पर बच्चों को विस्तार से बताया गया। प्रशिक्षुओं द्वारा भारत आन द मून नाटिका का प्रस्तुतीकरण किया गया। पात्रों में चंद्रयान की भूमिका में क्षमा तिवारी, छात्रों की भूमिका में सृष्टि, रीना, पुनीता और रहीं तथा प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका में शिवम मिश्रा रहे। नाटिका का उद्देश्य बच्चों को चंद्रयान मिशन के बारे में बताना था। भारत ऑन द मून पोर्टल पर छात्रों में क्विज, आर्ट कनेक्ट, पिक्चर बिल्डर, स्पेशल मॉड्यूल, ग्राफिक नोवेल्स का पिक्चर पजल आदि से जोड़कर क्रियाकलाप में शामिल हुए सभी छात्रों द्वारा क्विज में प्रतिभाग कर डिजिटल सर्टिफिकेट भी प्राप्त किया गया।
इस अवसर पर डॉ गोविंद प्रसाद, अमन सेन, शशि दर्शन त्रिपाठी, डॉ रविनाथ त्रिपाठी, कुलदीप चौधरी ने कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में अपना योगदान दिया।
रिपोर्ट, बस्ती ब्यूरो : लाइव भारत