छत की कुण्डी में रस्सी के सहारे लटकता मिला दुकानदार का शव।
महुली थाना क्षेत्र के ग्राम परशुरामपुर का मामला।
धनघटा। खगेन्द्र प्रसाद मिश्र
महुली थाना क्षेत्र के परशुरामपुर गांव में बुधवार को संदिग्ध परिस्थियो में छत की कुंडी से रस्सी के सहारे झूलता हुआ बिल्डिंग मैटीरियल दुकानदार का शव मिला है। जिससे गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस के पहुंचने से पहले परिजन रस्सी को काटकर शव को नीचे उतार दिया था। कमरे का दरवाजा भी खुला हुआ था। दुकानदार की मौत की गुत्थी हत्या और आत्महत्या के बीच उलझ कर रह गई है। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पोस्टमार्टम की तैयारी शुरू कर दिया था। पुलिस और ग्रामीणों की माने तो मृतक शराबी प्रवृत्ति का था।
ग्राम परशुरामपुर निवासी 36 बर्षीय दिलीप पटेल उर्फ शेरू पुत्र गोरखनाथ परिवार का जियोपार्जन चलाने के लिए बगल चौराहा नाथनगर में बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान चलाता था। पत्नी रीता देवी के अनुसार मंगलवार की देर शाम भोजन के बाद पति अकेले कमरे में सोने चला गया। परिवार के अन्य सदस्य छत पर सोने गए। मंगलवार को काफी देर तक जब दिलीप पटेल कमरे से बाहर नही निकला। तो जगाने के लिए पत्नी रीता देवी कमरे में पहुंची। तो उसके पैर के नीचे से जमीन खिसक गई। दरवाजा खुला हुआ था। दिलीप पटेल का शव छत की कुंडी से रस्सी के सहारे लटक रहा था। चीखने चिल्लाने पर परिजन जुट गए। आनन फानन में शव को रस्सी काटकर नीचे उतार दिया। दिलीप पटेल के गले पर रस्सी का निशान था। सूचना पर भारी संख्या में ग्रामीण जुट गए। पूर्व प्रमुख दिगपाल पाल, महीप पाल भी पहुंच गए। इंस्पेक्टर रणविजय सिंह मय फोर्स पहुंच गए। पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराने की तैयारी शुरू करा दिया। इस मामले में हत्या और आत्महत्या की चर्चाओ का बाजार गर्म रहा। एसओ रणविजय सिंह ने बताया कि मृतक शराब का आदी था। शराब पीकर घर में बिवाद करता था। मृतक की पत्नी उसके डर से अन्य परिजनों के प्रथम तल पर थी।
शराब का शौक ने खत्म कर दी दिलीप पटेल की जिंदगी
कहते है कि अगर व्यक्ति के अंदर गलत लत पड़ जाए। तो उसकी जिंदगि के साथ पूरा परिवार तबाह हो जाता है। व्यक्ति नशे की हालत में कुछ ऐसा कर जाता है। जिसकी भरपाई नही हो सकती है। परिवार के सामने दिक्कत खड़ी हो जाती है। महुली थाना क्षेत्र के ग्राम परशुरामपुर निवासी दिलीप पटेल को शराब का शौक काफी महंगा पड़ गया। आखिरकार उसे शराब की लत ने इस संसार से विदा करा दिया।
ग्रामीणों के अनुसार दिलीप कुमार पटेल काफी मेहनती व जिम्मेदार किस्म का व्यक्ति था। उसके अंदर मात्र एक ऐब था कि वह शराब का आदी बन गया था। पड़ोसियों के अनुसार इसको लेकर अक्सर परिवार में विवाद होता रहता था। परिजन उसे नशा से मुक्त बनाना चाहते थे। लेकिन चाहकर भी दिलीप इससे छूट नही पा रहा था। पत्नी रीता देवी को इसकीं काफी चिन्ता रहती थी। मृतक के पिता गोरख प्रसाद, माता सावित्री देवी हमेशा दुखी रहते थे। मासूम बच्चे पांच बर्षीय अनुपम व तीन बर्षीय मुन्ना का सुनहरा भविष्य अधर में लटक गए। लोगो के जुबान में बस यह बात है कि शराब के शौक की वजह से दिलीप पटेल की जान चली गई है।
लाइव भारत के लिए खगेंद्र प्रसाद मिश्र की रिपोर्ट।