लाइव भारत समाचार में आपका स्वागत है [gallery ids="6196,6197,6198"] बस्ती ,22 नवम्बर लाइव भारत समाचार:- जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण पानी टंकी तथा पाइप बिछाने के लिए विभागीय अधिकारियों एवं कार्यदाई संस्थाओं को निर्देशित किया है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने पाया कि ज्यादातर बंद पेयजल परियोजनाएं लीकेज एवं पाइप फटने की वजह से बंद हैं। इस स्थिति पर जिलाधिकारी ने नाराजगी भी व्यक्त किया है क्योंकि करोड़ों की लागत से निर्मित इन पेयजल परियोजनाओं का लाभ जनता को नहीं मिल पा रहा है। उन्होने निर्देश दिया कि बन्द सभी परियोजनाओं को चालू करने के लिए मरम्मत का स्टीमेट तैयार कर प्रस्तुत करें। प्रथम चरण में 155 परियोजनाओं में से केवल 117 परियोजनाएं निर्मित हुई है। शेष 38 में से 10 एमएसडीपी योजना के तहत है, जिस पर धन अनुपलब्ध है। शेष 28 पर कार्य चल रहा है। उन्होंने निर्देश दिया है कि जिन परियोजनाओं के लिए अभी तक भूमि उपलब्ध नहीं हो पाया संबंधित तहसील के एसडीएम एवं तहसीलदार से मिलकर तत्काल भूमि चयन करना सुनिश्चित करें। इसके पूर्व मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने कार्यदाई संस्था मेघा एवं जल निगम के अवर अभियंताओं तथा लेखपालों के साथ संयुक्त बैठक करके पेयजल परियोजनाओं के लिए भूमि के चयन की समीक्षा किया। उन्होंने निर्देश दिया कि तहसील में रिकॉर्ड देखकर तीनों कर्मचारी मौके पर जाएं तथा भूमि का नापी करा कर निशानदेही करें ताकि कार्य शुरू करते समय कोई दिक्कत ना आए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि भूमि का चयन यथासंभव आबादी के नजदीक किया जाय। उन्होने कार्य का शिलान्यास एंव लोकार्पण जनप्रतिनिधि कराने का भी निर्देश दिया है। बैठक में एडीएम कमलेश चंद्र, उप जिलाधिकारी शैलेश दुबे, जीके झा, गुलाबचंद, आनंद श्रीनेत, पीडी कमलेश सोनी तथा डीडीओ अजीत श्रीवास्तव सहित जल निगम के सहायक अभियंता एवं कार्यदाई संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार
सोमवार, 23 दिसम्बर , 2024

हर घर को मिलेगा स्वच्छ जल, पानी टंकी व पाइप लाइन त्वरित बिछाने का जिलाधकारी ने दिया आदेश

बस्ती ,22 नवम्बर लाइव भारत समाचार:– जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण पानी टंकी तथा पाइप बिछाने के लिए विभागीय अधिकारियों एवं कार्यदाई संस्थाओं को निर्देशित किया है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने पाया कि ज्यादातर बंद पेयजल परियोजनाएं लीकेज एवं पाइप फटने की वजह से बंद हैं। इस स्थिति पर जिलाधिकारी ने नाराजगी भी व्यक्त किया है क्योंकि करोड़ों की लागत से निर्मित इन पेयजल परियोजनाओं का लाभ जनता को नहीं मिल पा रहा है। उन्होने निर्देश दिया कि बन्द सभी परियोजनाओं को चालू करने के लिए मरम्मत का स्टीमेट तैयार कर प्रस्तुत करें। प्रथम चरण में 155 परियोजनाओं में से केवल 117 परियोजनाएं निर्मित हुई है। शेष 38 में से 10 एमएसडीपी योजना के तहत है, जिस पर धन अनुपलब्ध है। शेष 28 पर कार्य चल रहा है।
उन्होंने निर्देश दिया है कि जिन परियोजनाओं के लिए अभी तक भूमि उपलब्ध नहीं हो पाया संबंधित तहसील के एसडीएम एवं तहसीलदार से मिलकर तत्काल भूमि चयन करना सुनिश्चित करें।
इसके पूर्व मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने कार्यदाई संस्था मेघा एवं जल निगम के अवर अभियंताओं तथा लेखपालों के साथ संयुक्त बैठक करके पेयजल परियोजनाओं के लिए भूमि के चयन की समीक्षा किया। उन्होंने निर्देश दिया कि तहसील में रिकॉर्ड देखकर तीनों कर्मचारी मौके पर जाएं तथा भूमि का नापी करा कर निशानदेही करें ताकि कार्य शुरू करते समय कोई दिक्कत ना आए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि भूमि का चयन यथासंभव आबादी के नजदीक किया जाय। उन्होने कार्य का शिलान्यास एंव लोकार्पण जनप्रतिनिधि कराने का भी निर्देश दिया है।
बैठक में एडीएम कमलेश चंद्र, उप जिलाधिकारी शैलेश दुबे, जीके झा, गुलाबचंद, आनंद श्रीनेत, पीडी कमलेश सोनी तथा डीडीओ अजीत श्रीवास्तव सहित जल निगम के सहायक अभियंता एवं कार्यदाई संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार

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