लाइव भारत समाचार में आपका स्वागत है [video width="640" height="352" mp4="https://livebharatsamachar.com/wp-content/uploads/2023/01/WhatsApp-Video-2023-01-02-at-162.mp4"][/video] [gallery columns="2" ids="6414,6415"] बस्ती, 02 जनवरी लाइव भारत समाचार :- उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार शुक्ल के नेतृत्व में शिक्षा मित्रों ने प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को 4 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। मांग किया कि शिक्षा मित्रों को नियमावली में संशोधन करते हुये पुनः समायोजित कर उन्हें नियमित किया जाय। मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में नई शिक्षा नीति में शिक्षा मित्रों को सम्मिलित कर उनका भविष्य सुरक्षित करने, नियमितीकरण समायोजन प्रक्रिया पूर्ण होने तक शिक्षा मित्रोें को 12 माह का मानदेय देने के साथ ही सेवा काल 62 वर्ष करते हुये उन्हें शिक्षकों की भांति सुविधायें उपलब्ध कराने, प्रदेश में टेट पास शिक्षा मित्रों को नियमावली में शिथिलता देते हुये सहायक अध्यापक पद पर नियमित किये जाने आदि की मांग शामिल है। ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदेश कोषाध्यक्ष रमेश मिश्र और मण्डल अध्यक्ष प्रवीन श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में शिक्षा मित्रों की स्थिति दयनीय है और उनकी जायज मांगों को भी स्वीकार नहीं किया जा रहा है। कहा कि सरकार उदारतापूर्वक शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाने की दिशा में सकारात्मक पहल करे। मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से मुक्तेश्वर यादव, संजय यादव, असद जमाल, राम प्रकाश वर्मा, ईश्वरदेव शुक्ल, रत्नेश चौधरी, धर्मेन्द्र पाठक, श्रवण यादव, शेर बहादुर सिंह, शिवशंकर साहू, वसीउल्लाह, राम सूरत चौधरी, सच्चिदानन्द तिवारी, अश्विनी सिंह, मुन्नाराम, अशोक यादव के साथ ही बड़ी संख्या में शिक्षा मित्र शामिल रहे। रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार
सोमवार, 23 दिसम्बर , 2024

शिक्षा मित्रों ने भरी हुंकार, सरकार को दी चेतावनी

बस्ती, 02 जनवरी लाइव भारत समाचार :- उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार शुक्ल के नेतृत्व में शिक्षा मित्रों ने प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को 4 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। मांग किया कि शिक्षा मित्रों को नियमावली में संशोधन करते हुये पुनः समायोजित कर उन्हें नियमित किया जाय।
मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में नई शिक्षा नीति में शिक्षा मित्रों को सम्मिलित कर उनका भविष्य सुरक्षित करने, नियमितीकरण समायोजन प्रक्रिया पूर्ण होने तक शिक्षा मित्रोें को 12 माह का मानदेय देने के साथ ही सेवा काल 62 वर्ष करते हुये उन्हें शिक्षकों की भांति सुविधायें उपलब्ध कराने, प्रदेश में टेट पास शिक्षा मित्रों को नियमावली में शिथिलता देते हुये सहायक अध्यापक पद पर नियमित किये जाने आदि की मांग शामिल है।
ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदेश कोषाध्यक्ष रमेश मिश्र और मण्डल अध्यक्ष प्रवीन श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में शिक्षा मित्रों की स्थिति दयनीय है और उनकी जायज मांगों को भी स्वीकार नहीं किया जा रहा है। कहा कि सरकार उदारतापूर्वक शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाने की दिशा में सकारात्मक पहल करे।
मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से मुक्तेश्वर यादव, संजय यादव, असद जमाल, राम प्रकाश वर्मा, ईश्वरदेव शुक्ल, रत्नेश चौधरी, धर्मेन्द्र पाठक, श्रवण यादव, शेर बहादुर सिंह, शिवशंकर साहू, वसीउल्लाह, राम सूरत चौधरी, सच्चिदानन्द तिवारी, अश्विनी सिंह, मुन्नाराम, अशोक यादव के साथ ही बड़ी संख्या में शिक्षा मित्र शामिल रहे।

रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार

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