लाइव भारत समाचार में आपका स्वागत है बस्ती , 23 मार्च लाइव भारत समाचार :- जनपद में इस वर्ष 15 नए आंगनबाड़ी केंद्र भवन का निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ ही 79 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए 2-2 लाख रुपए की दर से मरम्मत कराने की धनराशि शासन से प्राप्त हो गई है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण समिति की बैठक में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने आगामी 14 अप्रैल को इसका शिलान्यास कराने का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि इस वित्तीय वर्ष में 12 भवनों के लिए धनराशि प्राप्त हुई थी, जिसका निर्माण कराया गया है। इसका लोकार्पण 14 अप्रैल को कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि खुले में संचालित 323 आंगनबाड़ी केंद्र भवनों का बाउंड्रीवाल का स्टीमेट भी तैयार करा लें, जिसका 14 अप्रैल को शिलान्यास कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि 140 आंगनबाड़ी केंद्रों के आंतरिक विद्युतीकरण के लिए प्रति केंद्र रू0 20000 विभाग से धनराशि प्राप्त हुई है। इसके अलावा 312 केंद्रों का विद्युत विभाग द्वारा विद्युत कनेक्शन कराया जाएगा। उन्होंने दोनों विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय से समय से कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्र गोद लिए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने मार्गदर्शन में प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिका तथा पंचायत सहायक को बच्चों का वजन लेने, ट्रैकर ऐप पर फीड करने तथा इनफेन्टो मशीन का प्रयोग करने का प्रशिक्षण प्रदान करें। उन्होंने कहा कि 20 मार्च से 3 अप्रैल तक पोषण पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। इसके अंतर्गत कुपोषण समाप्त करने के लिए श्रीअन्न के बारे में गोष्ठी करके अभिभावकों को जानकारी दी जाए। स्वस्थ बालक बालिका प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए तथा 0 से 3 वर्ष आयु के बच्चों का विशेष देखभाल किया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी 4051 अति कुपोषित बच्चों का ई कवच पर विवरण अपलोड किया जाए ताकि समय-समय पर उनके स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की जा सके। समीक्षा में जिलाधिकारी ने पाया कि पिछले 6 माह में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने वाली टीम द्वारा एक भी अति कुपोषित बच्चे को पोषण पुनर्वास केंद्र के लिए संदर्भित नहीं किया गया है। जिलाधिकारी ने इस स्थिति पर असंतोष व्यक्त करते हुए सीएमओ को निर्देश दिया है कि आरबीएसके टीम के कार्यों का गहनता से अनुश्रवण करें। उन्होंने जनपद में संचालित 5 पोषाहार निर्माण इकाई द्वारा उत्पादित पोषाहार के वितरण की समीक्षा किया तथा उपायुक्त एनआरएलएम को निर्देश दिया कि समय से आपूर्ति सुनिश्चित करें। बैठक का संचालन कार्यक्रम अधिकारी सावित्री देवी ने किया। इसमें सीएमओ डॉ. आरपी मिश्रा, एसआईसी डॉ. आलोक वर्मा, डीडीओ अजीत श्रीवास्तव, पीडी कमलेश सोनी, डॉक्टर ए के मिश्रा, डॉ. एके कुशवाहा, डॉ. एके वर्मा, डॉक्टर विनोद, डीएस यादव, डॉ. इंद्रजीत प्रजापति, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, सीडीपीओ, बीडीओ तथा एमओआईसी तथा गोद लिए अधिकारीगण उपस्थित रहे। रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार
सोमवार, 23 दिसम्बर , 2024

खुले में संचालित 323 आंगनवाड़ी केंद्र भवनों का होगा कायाकल्प

बस्ती , 23 मार्च लाइव भारत समाचार :- जनपद में इस वर्ष 15 नए आंगनबाड़ी केंद्र भवन का निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ ही 79 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए 2-2 लाख रुपए की दर से मरम्मत कराने की धनराशि शासन से प्राप्त हो गई है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण समिति की बैठक में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने आगामी 14 अप्रैल को इसका शिलान्यास कराने का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि इस वित्तीय वर्ष में 12 भवनों के लिए धनराशि प्राप्त हुई थी, जिसका निर्माण कराया गया है। इसका लोकार्पण 14 अप्रैल को कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि खुले में संचालित 323 आंगनबाड़ी केंद्र भवनों का बाउंड्रीवाल का स्टीमेट भी तैयार करा लें, जिसका 14 अप्रैल को शिलान्यास कराया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि 140 आंगनबाड़ी केंद्रों के आंतरिक विद्युतीकरण के लिए प्रति केंद्र रू0 20000 विभाग से धनराशि प्राप्त हुई है। इसके अलावा 312 केंद्रों का विद्युत विभाग द्वारा विद्युत कनेक्शन कराया जाएगा। उन्होंने दोनों विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय से समय से कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्र गोद लिए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने मार्गदर्शन में प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिका तथा पंचायत सहायक को बच्चों का वजन लेने, ट्रैकर ऐप पर फीड करने तथा इनफेन्टो मशीन का प्रयोग करने का प्रशिक्षण प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि 20 मार्च से 3 अप्रैल तक पोषण पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। इसके अंतर्गत कुपोषण समाप्त करने के लिए श्रीअन्न के बारे में गोष्ठी करके अभिभावकों को जानकारी दी जाए। स्वस्थ बालक बालिका प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए तथा 0 से 3 वर्ष आयु के बच्चों का विशेष देखभाल किया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी 4051 अति कुपोषित बच्चों का ई कवच पर विवरण अपलोड किया जाए ताकि समय-समय पर उनके स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की जा सके।
समीक्षा में जिलाधिकारी ने पाया कि पिछले 6 माह में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने वाली टीम द्वारा एक भी अति कुपोषित बच्चे को पोषण पुनर्वास केंद्र के लिए संदर्भित नहीं किया गया है। जिलाधिकारी ने इस स्थिति पर असंतोष व्यक्त करते हुए सीएमओ को निर्देश दिया है कि आरबीएसके टीम के कार्यों का गहनता से अनुश्रवण करें। उन्होंने जनपद में संचालित 5 पोषाहार निर्माण इकाई द्वारा उत्पादित पोषाहार के वितरण की समीक्षा किया तथा उपायुक्त एनआरएलएम को निर्देश दिया कि समय से आपूर्ति सुनिश्चित करें।
बैठक का संचालन कार्यक्रम अधिकारी सावित्री देवी ने किया। इसमें सीएमओ डॉ. आरपी मिश्रा, एसआईसी डॉ. आलोक वर्मा, डीडीओ अजीत श्रीवास्तव, पीडी कमलेश सोनी, डॉक्टर ए के मिश्रा, डॉ. एके कुशवाहा, डॉ. एके वर्मा, डॉक्टर विनोद, डीएस यादव, डॉ. इंद्रजीत प्रजापति, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, सीडीपीओ, बीडीओ तथा एमओआईसी तथा गोद लिए अधिकारीगण उपस्थित रहे।

रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार

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