बस्ती, 30 जनवरी : लाइव भारत समाचार :- भारत में चुनाओ के मतदान में प्रयुक्त होने वाली ईवीएम और वीवी पेट मशीन का प्रयोग तत्काल बंद किए जाने और बैलेट पेपर से स्वतंत्र पारदर्शी
मतदान सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग और चुनावी प्रक्रिया में चुनाव सुधार करने के संबंध में राम प्रसाद चौरसिया एडवोकेट, राष्ट्रीय महा सचिव जनहित किसान पार्टी,अधिवक्ताओं के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर महामहिम राज्य पाल को संबोधित SDM सदर के माध्यम से ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि आज देश की जनता EVM मशीन से विश्वास खो चुकी है, जहां से EVM का आविष्कार हुवा है जो जन्म दाता है, ऐसे कई विकसित देशों में ईवीएम पर वैन लग चुका है। उन्होंने कहा अधिवक्ता समाज के बैनर तले मांग करते हैं और महामहिम राष्ट्रपति जी से ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध करना चाहते हैं ईवीएम मशीन का पूर्ण रुप से रोक लगाई जाए, बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाय, जहां आम जनमानस का विश्वास है।
सौपे ज्ञापन में कहा गया कि किसी भी देश में शासन की सबसे बेहतर अगर कोई व्यवस्था हो सकती है तो वह है लोकतांत्रिक व्यवस्था। भारत ने भारतीय संविधान के द्वारा इस व्यवस्था को अपनाया है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोकतंत्र को बनाए रखने और उसे शसक्त करने के लिए जरूरी है कि संपूर्ण चुनावी प्रक्रिया पूर्णतः स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी हो और यह ज़िम्मेदारी है चुनाव आयोग की। भारत के संविधान और भारत के मतदाताओं और अंततः भारत की जनता के प्रति भारत के चुनाव आयोग की सबसे महत्वपूर्ण संवैधानिक और नैतिक जिम्मेदारी है कि भारत में होने वाले चुनाव और चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह से स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी हो ताकि 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र का प्रत्येक नागरिक मतदाता सूची में नामांकित हो सके, स्वतंत्र होकर मतदान कर सके और स्पष्ट रूप से यह देख सके कि चुनावी प्रक्रिया पूर्णतः स्वतंत्र निष्पक्ष और पारदर्शी है तथा अनपढ़ और अशिक्षित। मतदाता भी यह सुनिश्चित कर सके कि उसने जिस उम्मीदवार और जिस पार्टी को वोट दिया है वह उसी को गया है और उसी उम्मीदवार और पार्टी के खाते में उसकी वोट गिनी जाएगी।
भारत में चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा और विधान सभा के चुनाओ में मतदान के लिए ईवीएम और वीवी पेट मशीनो के रुप में जो मतदान प्रक्रिया अपनाई जा रही है वह स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी नही है। भारत के मतदाता को नहीं पता है कि उसने जो वोट दिया है वह पंजीकृत हुवा है या नहीं।
रिपोर्ट, बस्ती ब्यूरो: लाइव भारत समाचार