बस्ती ,04 दिसम्बर : लाइव भारत समाचार :- सू.वि., मण्डलायुक्त अखिलेश सिंह ने कार्यालय खण्ड विकास अधिकारी तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रुधौली का आकस्मिक निरीक्षण किया। लगभग पूर्वान्ह 11.00 बजे विकास खण्ड के निरीक्षण में उन्होने पाया कि अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी अजीत कुमार, ग्राम विकास अधिकारी अखिलेश कुमार चौधरी, शैलेंद्र कुमार, देवेश कुमार राय, परमात्मा प्रसाद चौधरी, तकनीकी सहायक असगर अली, सहायक विकास अधिकारी कृषि प्रेम नारायण मिश्र, सहायक विकास अधिकारी आईएसबी इंद्रेश कुमार यादव, बी पीआरडी नवनीत तिवारी, एडीओ पंचायत राजकुमार गौतम एवं एडीओ समाज कल्याण सोहेल खान अनुपस्थित पाये गये।
मण्डलायुक्त इस स्थिति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया की समस्त अनुपस्थित अधिकारियो-कर्मचारियों का स्पष्टीकरण जारी करें। उन्होने यह भी निर्देशित किया है कि रोस्टर के अनुसार सभी सहायक विकास अधिकारी एवं पंचायत सेक्रेटरी की उपस्थिति खंड विकास कार्यालय पर सुनिश्चित करें तथा छोटे-छोटे कार्य के लिए आने वाले लोगों की समस्याओं का तत्काल समाधान कराये। उन्होने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत कराये जा रहे कार्यो का रेंडमली सत्यापन भी कराया जाना सुनिश्चित करें।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण में उन्होने पाया कि एमओआईसी डॉ. एके मिश्रा, डेंटिस्ट डॉ. संजय कुमार, डॉ. अमित पटेल तथा फार्मासिस्ट एहसान हुसैन सहित अन्य कार्यालय स्टाफ उपस्थित रहें। उन्होने पंजीकरण पटल, स्टोर महिला वार्ड, सराय वार्ड, प्रयोगशाला आदि को देखा, जो संतोषजनक है तथा दवाएं भी उपलब्ध पायी गयी। उन्होने टीका लगवाने आयी रोजी मेहरुन्निसा निवासी रूद्र नगर से पूछा कि यहां पर उसे दवा और चिकित्सा की सुविधा आसानी से प्राप्त होता है कि नही तो उनके द्वारा बताया गया कि पूर्व में भी दवा के लिए आती हूॅ और आसानी से चिकित्सा सुविधा व दवा प्राप्त हो जाती है।
मण्डलायुक्त अखिलेश सिंह ने अपरान्ह 12.30 बजे तहसील रुधौली का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय तहसीलदार रवि कुमार, नायब तहसीलदार एवं राजस्व निरीक्षक सहित समस्त कर्मचारी उपस्थित रहें। उप जिलाधिकारी के संबंध में उन्हें बताया गया कि वे मुख्यालय पर आयोजित लेखपाल ट्रेनिंग में गए हैं। मण्डलायुक्त ने मौके पर उपस्थित तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार एवं पेशकार को बताया कि धारा 24 के प्राप्त आवेदन पत्रों की समीक्षा करने के उपरांत समस्त प्रपत्र पूर्ण होने पर ही उसे जांच क्षेत्र राजस्व निरीक्षक एवं तहसीलदार को प्रेषित किया जाए। राजस्व निरीक्षक जांच के समय यह सुनिश्चित करें की चौहद्दी के सारे काश्तकारों को सूचित करते हुए एवं उनकी उपस्थिति में प्रथम पैमाइश कराये ताकि कार्रवाई में कोई आपत्ति ना आए।
इसी प्रकार बेदखली के वादों में निर्देशित किया गया कि आदेश प्राप्त बेदखली की कार्रवाई तत्काल सुनिश्चित कराई जाए। इस संबंध में उन्होने निर्देशित किया है कि नियमो का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।
रिपोर्ट ,बस्ती ब्यूरो : लाइव भारत समाचार