सिद्धार्थनगर।नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड द्वारा 29 जुलाई को बीएचएमएस होम्योपैथिक डॉक्टरों का पैरामेडिक्स कहकर आवेदन मांगने पर तथा एमबीबीएस को ही चिकित्सक माना हैl इसलिए होम्योपैथिक चिकित्सकों में बहुत रोष व्याप्त हैl इस बात को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए सिद्धार्थनगर के होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर भास्कर शर्मा ने कहां की होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त चिकित्सा पद्धति हैl नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को बीएचएमएस होम्योपैथिक चिकित्सकों को चिकित्सक के रूप में आवेदन मागे जाएं न कि पैरामेडिक्स की श्रेणी में और अंत में डॉ शर्मा ने यह भी कहा की कंपनी अपने विज्ञापन को 15 दिन के अंदर कैंसिल करके नए विज्ञापन जारी करेंl जिसमें होम्योपैथी चिकित्सकों को चिकित्सक के रूप में आवेदन मांगा जाए lयदि कंपनी ऐसा नहीं करती है तो कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई उच्च न्यायालय में की जाएगी तथा इसका खामियाजा कंपनी को भुगतना पड़ेगाI पत्र पर डॉक्टर राजकुमार शर्मा डॉ मनोज कुमार डॉ चंद्रशेखर वर्मा डॉ अजीत डॉ अमित सहित चिकित्सकों ने हस्ताक्षर कर पत्र भेजाl
रिपोर्ट: विशाल गुप्ता यूपी हेड लाइव भारत समाचार