लाइव भारत समाचार में आपका स्वागत है बस्ती, 04 जनवरी लाइव भारत समाचार :- उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने बुधवार को प्रेस क्लब सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुये कहा कि देश, प्रदेश का शिक्षक इतिहास के कठिन दौर से गुजर रहा है। उस पर जिम्मेदारियां पहले से अधिक बढी है किन्तु अधिकार लगातार छीने जा रहे हैं। यहां तक कि बुढापे की लाठी पेंशन का लाभ हासिल करने के लिये अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा देश व्यापी आन्दोलन चलाया जा रहा है। किन्तु केन्द्र और राज्य सरकारें पुरानी पेंशन नीति बहाली को तैयार नहीं हो रही है। कहा कि शिक्षक अपने अधिकारों के लिये सचेत हो, पुरानी पेंशन नीति लागू करने की मांग को लेकर वर्ष भर चरणबद्ध ढंग से आन्दोलन चलाया जायेगा। इस दिशा में एकजुटता जरूरी है। कहा कि 2023 में पेंशन यात्रा, अहमदाबाद में राष्ट्रीय अधिवेशन के साथ ही राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में देश भर के 25 लाख से अधिक शिक्षक एकत्र होकर पेंशन बहाली की मांग करेंगे। कहा कि संगठन का पहला लक्ष्य है कि सभी अध्यापकों की वरिष्ठता सूची जारी कराकर पदोन्नति की कार्यवाही कराया जायेगा। आन्दोलन का परिणाम रहा कि शासन ने संज्ञान में लेकर पदोन्नित का शासनादेश जारी कर दिया, यह बडी उपलब्धि है। डीबीटी के नाम पर रोके गये शिक्षकों के वेतन बहाल हो गये, एनपीएस की कटौती जबरिया नहीं होने दी जायेगी। इसके लिये शीघ्र ही न्याशलय का सहारा लिया जायेगा। किसी भी स्तर पर अध्यापकों का शोषण नहीं होने पायेगा। सभी विद्यालयों में डेस्क, बेंच, बालक, बालिका एवं दिव्यांग शौचालय, कक्षा कक्ष के टाईलीकरण, विद्युत संयोजन की व्यवस्था हो। इस सम्बन्ध में संघ की ओर से शीघ्र ही शासन को ज्ञापन भेजा जायेगा। बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशक और शिक्षा मित्रों को बाहर कर देने का षड़यंत्र रचा जा रहा है। अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ शिक्षा मित्र और अनुदेशकों को नियमित करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहा है। कहा कि 2023 शिक्षकों के लिये निर्णायक साबित होगा। बैठक में इन्द्रसेन मिश्र, महेश कुमार, सूर्य प्रकाश शुक्ल, चन्द्रभान चौरसिया, सन्तोष कुमार शुक्ल, रीता शुक्ला, सरिता पाण्डेय, शशिकान्त धर दूबे, दिवाकर सिंह, कन्हैया लाल भारती, रामभरत वर्मा, राजेश कुमार, रामपाल वर्मा, आशुतोष पाण्डेय, त्रिलोकीनाथ, अनूप चौधरी, राहुल उपाध्याय, राजकान्त, स्कन्द मिश्र, बुधिराम यादव, राम प्रकाश यादव के साथ ही अनेक पदाधिकारी, शिक्षक उपस्थित रहे। रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार
सोमवार, 23 दिसम्बर , 2024

कठिन दौड़ से गुजर रहे हैं शिक्षक,पुरानी पेंशन के लिए होगा संघर्ष

बस्ती, 04 जनवरी लाइव भारत समाचार :- उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने बुधवार को प्रेस क्लब सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुये कहा कि देश, प्रदेश का शिक्षक इतिहास के कठिन दौर से गुजर रहा है। उस पर जिम्मेदारियां पहले से अधिक बढी है किन्तु अधिकार लगातार छीने जा रहे हैं। यहां तक कि बुढापे की लाठी पेंशन का लाभ हासिल करने के लिये अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा देश व्यापी आन्दोलन चलाया जा रहा है।

किन्तु केन्द्र और राज्य सरकारें पुरानी पेंशन नीति बहाली को तैयार नहीं हो रही है। कहा कि शिक्षक अपने अधिकारों के लिये सचेत हो, पुरानी पेंशन नीति लागू करने की मांग को लेकर वर्ष भर चरणबद्ध ढंग से आन्दोलन चलाया जायेगा। इस दिशा में एकजुटता जरूरी है। कहा कि 2023 में पेंशन यात्रा, अहमदाबाद में राष्ट्रीय अधिवेशन के साथ ही राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में देश भर के 25 लाख से अधिक शिक्षक एकत्र होकर पेंशन बहाली की मांग करेंगे। कहा कि संगठन का पहला लक्ष्य है कि सभी अध्यापकों की वरिष्ठता सूची जारी कराकर पदोन्नति की कार्यवाही कराया जायेगा।

आन्दोलन का परिणाम रहा कि शासन ने संज्ञान में लेकर पदोन्नित का शासनादेश जारी कर दिया, यह बडी उपलब्धि है। डीबीटी के नाम पर रोके गये शिक्षकों के वेतन बहाल हो गये, एनपीएस की कटौती जबरिया नहीं होने दी जायेगी। इसके लिये शीघ्र ही न्याशलय का सहारा लिया जायेगा। किसी भी स्तर पर अध्यापकों का शोषण नहीं होने पायेगा। सभी विद्यालयों में डेस्क, बेंच, बालक, बालिका एवं दिव्यांग शौचालय, कक्षा कक्ष के टाईलीकरण, विद्युत संयोजन की व्यवस्था हो। इस सम्बन्ध में संघ की ओर से शीघ्र ही शासन को ज्ञापन भेजा जायेगा।

बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशक और शिक्षा मित्रों को बाहर कर देने का षड़यंत्र रचा जा रहा है। अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ शिक्षा मित्र और अनुदेशकों को नियमित करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहा है। कहा कि 2023 शिक्षकों के लिये निर्णायक साबित होगा। बैठक में इन्द्रसेन मिश्र, महेश कुमार, सूर्य प्रकाश शुक्ल, चन्द्रभान चौरसिया, सन्तोष कुमार शुक्ल, रीता शुक्ला, सरिता पाण्डेय, शशिकान्त धर दूबे, दिवाकर सिंह, कन्हैया लाल भारती, रामभरत वर्मा, राजेश कुमार, रामपाल वर्मा, आशुतोष पाण्डेय, त्रिलोकीनाथ, अनूप चौधरी, राहुल उपाध्याय, राजकान्त, स्कन्द मिश्र, बुधिराम यादव, राम प्रकाश यादव के साथ ही अनेक पदाधिकारी, शिक्षक उपस्थित रहे।

रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *