*फ्रैंकलिन टेम्पलटन ने फ्रैंकलिन इंडिया मल्टी कैप फंड लॉन्च किया*
* इस फंड का लक्ष्य मिड और स्मॉल कैप की वृद्धि और लार्ज कैप की सापेक्ष स्थिरता की पेशकश करना है
* बॉटम-अप क्यूजीएसवी स्टॉक पिकिंग फ्रेमवर्क, सही विचारों को खोजने के लिए गुणवत्ता, विकास, स्थिरता और मूल्यांकन पर जोर देता है
*4 जुलाई, 2024* : फ्रैंकलिन टेम्पलटन (भारत) ने आज फ्रैंकलिन इंडिया मल्टी कैप फंड (एफआईएमसीएफ) नामक अपने ओपन-एंडेड मल्टी कैप डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड को लॉन्च करने की घोषणा की। इस फंड का उद्देश्य लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों की इक्विटी और इक्विटी संबंधित प्रतिभूतियों के पोर्टफोलियो में निवेश करके दीर्घकालिक पूँजी वृद्धि प्राप्त करना है। फ्रैंकलिन इंडिया मल्टी कैप फंड (एफआईएमसीएफ) नियामक आवश्यकताओं के अनुरूप, प्रत्येक मार्केट कैप श्रेणी यानी लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में अपनी कुल संपत्ति का न्यूनतम 25% बनाए रखेगा। शेष 25% को आंतरिक ढाँचे के आधार पर सबसे इष्टतम तरीके से मिश्रित किया जाएगा। नया फंड ऑफर 8 जुलाई, 2024 से शुरू होगा, जो कि 22 जुलाई, 2024 तक चलेगा, जिसके दौरान यूनिट्स 10 रुपए प्रति यूनिट पर उपलब्ध होंगी।
फंड लॉन्च और इसकी निवेश रणनीति पर टिप्पणी करते हुए, जानकीरमन आर, मुख्य निवेश अधिकारी- इमर्जिंग मार्केट्स इक्विटी-इंडिया, फ्रैंकलिन टेम्पलटन, ने कहा, “मजबूत मैक्रो बुनियादी ढाँचे, मुद्रास्फीति के रुझान में सुधार, विवेकपूर्ण राजकोषीय नीतियों और राजनीतिक स्थिरता के कारण भारत की अर्थव्यवस्था मध्यम अवधि में मजबूत विकास के लिए तैयार है। कोविड के बाद, विकास की संभावनाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण ने इक्विटी बाजारों में उत्कृष्ट प्रदर्शन को प्रेरित किया है। फ्रैंकलिन इंडिया मल्टी कैप फंड (एफआईएमसीएफ) को विभिन्न बाज़ार क्षेत्रों, विशेष रूप से छोटे और मध्यम वर्ग के सेक्टर्स में होने वाले विकास से लाभ उठाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो पारंपरिक इक्विटी फंड्स द्वारा अक्सर अनदेखे रहते हैं। लंबी अवधि के लिए निवेश करने वाले निवेशकों को हमारे मल्टी कैप फंड में भाग लेना फायदा पहुँचाने वाला हो सकता है, क्योंकि इसमें निवेशों को प्रत्येक मार्केट कैप के लिए विशेष बकेट में विभाजित किया जाता है और समय-समय पर उनका पुनर्संतुलन किया जाता है, ताकि उनमें अधिक से अधिक विविधता लाना सुनिश्चित हो।”
फंड के लॉन्च पर बोलते हुए, अविनाश सतवलेकर, प्रेसिडेंट, फ्रैंकलिन टेम्पलटन-इंडिया, ने कहा, “हम अपनी नई मल्टी कैप रणनीति पेश करते हुए उत्साहित हैं, जो 30 से अधिक वर्षों से भारत में इक्विटी के प्रबंधन में हमारी इक्विटी टीम के व्यापक अनुभव का सार्थक उपयोग करती है। मजहबी संकीर्णताओं से परे रहकर विकास करने की भारत की मजबूत क्षमता के कारण, हम देखते हैं कि सभी क्षेत्रों और मार्केट कैप रेंज में बहुत सारे अवसर उभर रहे हैं। फ्रैंकलिन इंडिया मल्टी कैप फंड (एफआईएमसीएफ) ने उभरते हुए अवसरों का लाभ उठाने के लिए खुद के लिए लचीले और अनुशासित निवेश दृष्टिकोण अपनाए हैं, जिससे यह अपने पोर्टफोलियो में विविधता चाहने वाले निवेशकों के लिए आदर्श पसंद बन पाया है।”
फ्रैंकलिन इंडिया मल्टी कैप फंड का उद्देश्य एक ऐसा उत्पाद बनाना है, जो छोटे और मिडकैप शेयर्स की उच्च वृद्धि और बड़े कैप शेयर्स की स्थिरता को मिलाकर सर्वोत्तम लाभ प्रदान करे। पोर्टफोलियो किसी भी समय लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में से प्रत्येक में न्यूनतम 25% का आवंटन बनाए रखेगा और शेष 25% को आंतरिक ढाँचे का उपयोग करके ज्यादा से ज्यादा लाभ देने वाले तरीके से आवंटित किया जाएगा। यह फंड, ऊर्जा संक्रमण, बचत का वित्तीयकरण, अर्थव्यवस्था का औपचारिककरण, डिजिटल कंपनियों द्वारा व्यवधान, विनिर्माण पुनरुद्धार आदि जैसे अवसर के अनुसार, उपयुक्त विकास की संभावनाओं वाले विषयों को पोर्टफोलियो में शामिल करने की कोशिश कर सकता है। यह फंड अपने बॉटम-अप क्यूजीएसवी स्टॉक चयन ढाँचे को लागू करेगा, जिसमें गुणवत्ता, विकास, स्थिरता और मूल्यांकन पर जोर देकर इन विषयों और क्षेत्रों के भीतर सही विचार खोजे जाएँगे।