अनावश्यक दबाव बनाने व निजी हित लाभ के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी पर लगाये गए आरोप,बीयसए बोले आरोप निराधार।
बस्ती,7अगस्त लाइव भारत समाचार:-जनपद के नवागत बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ0इंद्र जीत प्रजापति पर गंभीर व घिनौने आरोप लगाए गए।मामला सदर ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का है।यहाँ की रसोइया अपने दो बेटियों के साथ विद्यालय परिसर में रहती है।रसोइए के अनुसार उसकी छोटी बेटी यही की कक्षा 6 की छात्रा है जबकि दूसरी बेटी कक्षा 10 की छात्रा है,पति नहीं है और अपने दोनों बेटियों के साथ रहती है।आरोप लगाया कि बीयसए12 जुलाई को रात करीब 9 बजे पहुंचे और जांच के नाम पर कमरों को खुलवाने लगे,अकेले पाकर छेड़खानी की इसके बाद भागकर किचेन में चली गई।रसोईया बोली जाते समय धमकी दी कि इस बारे में किसी से कहा तो नौकरी नही कर पाओगी।दूसरे दिन सुबह फिर आये और शाम को मिलने को कहे।
बी यस ए रसोइये द्वारा लगाए गए आरोपो को निराधार बताया।उन्हीने बताया कि जांच करने विद्यालय में गया था पर अंदर नहीं गया था बाहर बाउन्ड्री के पास कुर्सी लगाकर बैठे थे।कहा कि मेरे पास बीडीओ रिकार्डिंग है और विद्यालय में सी सी कैमरे भी है जांच में सच सामने आ जायेगा।मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधकारी प्रियंका निरंजन ने सी आर ओ की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर दी है।
वहीं मीडिया को जारी बयान में इंग्लिश मीडियम मॉडल प्राथमिक विद्यालय के प्रधानध्यापक राम सजन यादव तथा मिशन पर्यावरण सरंक्षण समूह से जुड़े सैकड़ो विद्यालयों के अध्यापकों ने बीयसए पर लगे आरोपों को गहरी और घिनौनी साजिस करार देते हुए कहा कि निजी हित लाभ औरअनावश्यक दबाव बनाने के लिए आरोप लगाए गए हैं।
समूह के संयोजक डॉ शिव प्रसाद ने कहा आरोप लगाना बेहद आसान होता है,कुछ महिलाओं के लिए कानूनी अधिकार बन गए हैं ,उन्होंने कहाऐसे नेक अफसर पर शिक्षक समाज कभी बर्दास्त नहीं करेगा।लेकिन जांच में दूध और पानी सब अलग होकर रहेगा और बीयसए बेदाग सिद्ध होंगे।आरोपों की निंदा करने वाले प्रमुख रूप से सुखराम यादव, अनिल कुमार,ओम प्रकाश, विजय प्रताप वर्मा,हनुमान प्रसाद, पाकीजा सिद्दीकी,जगदीश कुमार,हरिओम चौधरी, गया प्रसाद,अखिलेश त्रिपाठी,राजेश कुमार आदि लोगों ने कहा आरोप लगाने वाले को कुछ दिन बाद मुह छिपाना पड़ सकता है।
रिपोर्ट अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार