बस्ती, 30 अक्टूबर-लाइव भारत समाचार:- जिले के अधिकांश किसानों का मुख्य आय का साधन गन्ना है और पूरे जनपद की बात करें तो गन्ना किसानों का 5979.03 लाख रूपया गन्ना मिलों पर बकाया है। जबकि बंद पड़ी बस्ती व वाल्टर गंज चीनी मिलों पर 585 लाख रूपये अलग से बकाया है। गन्ना यहां के किसानों की मुख्य नगदी फसल है और उन्हे गन्ना मूल्य के लिए सालों इंतज़ार करना पड़ता है।
नियमानुसार गन्ना क्रय करने के 15 दिनों के भीतर मिलों को भुगतान करना होता है। अन्यथा की स्थिति ब्याज सहित भुगतान करना उनकी जिम्मेदारी है। लेकिन बेटियों की शादी, नई फसल की रोपाई, इलाज व गृहस्थी की अन्य जरूरतों के लिए उन्हे चीनी मिलों के भुगतान पर निर्भर रहना पड़ता है। पूरे साल भर गन्ना मूल्य के भुगतान का इंतजार करते हैं। जिसका भुगतान गन्ना क्रय करने के 15 दिनों के भीतर नियमानुसार हो जाना चाहिए।
जानकारी के अनुसार इस वर्ष 54865.785 हेक्टेयर क्षेत्रफल में गन्ना बुवाई हुई है जो गत वर्ष की तुलना में 9318.956 हेक्टेयर अधिक है। इस सम्बन्ध में जिला गन्ना अधिकारी मंजू सिंह ने बताया कि बकाया भुगतान के लिए प्रयास किया जा रहा है जो दीपावली के पहले हो जाने की संभावना है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी के माध्यम से कई बार नोटिस भेजा गया है। वैसे सारा भुगतान सीजन शुरू होने से पहले हो जायेगा। किसान उन्नत किस्म के गन्ना बीजों के लिए अपनी चीनी मिल या परिषद से संपर्क कर सकते हैं।
रिपोर्ट:- बस्ती ब्यूरो-लाइव भारत समाचार