लाइव भारत समाचार में आपका स्वागत है   आम आदमी पार्टी ने जारी की 100 संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट,सुलतानपुर से डाँ संदीप शुक्ला होगे आप प्रत्याशी_रिपोर्ट_अज़हर अब्बास सुलतानपुर---दिल्ली में दुबारा सत्ता हासिल करने वाली आप ने यूपी में इंट्री कर ली है। राम की नगरी अयोध्या से उसने भी मिशन 2022 का आगाज किया और ठीक 24 घंटे बाद यूपी से 100 संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी गई। इसमें सुल्तानपुर से पार्टी जिलाध्यक्ष व पूर्व राज्यमंत्री डॉ. संदीप शुक्ला का भी नाम है।   टिकट की घोषणा के बाद डॉ. संदीप शुक्ला ने बातचीत में बताया कि दिल्ली मॉडल के तर्ज पर हम चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक को गौर करना चाहिए कि जिस तरह दिल्ली में साक्षर लोगों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने टिकट दिया था। वही काम यूपी में भी किया है। डॉक्टर, इंजीनियर और शिक्षित लोगों को तरजीह दी गई है।   उन्होंने बताया कि टिकट बंटवारा सिफारिश पर नहीं बल्कि ग्राउंड पर जांच पड़ताल के बाद दिया गया है। उन्होंने ये भी कहा कि सांसद संजय सिंह ने टिकट की लिस्ट जारी करके बता दिया है कि यूपी में केजरीवाल मॉडल ही अब लागू होगा। संदीप शुक्ला ने कहा कि हमें समय मिला है और हम हाईकमान के भरोसे को पूरा करके दिखाएंगे।   2020 में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली थी   डॉ. संदीप शुक्ला ने दिसंबर 2020 में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली थी। इससे पूर्व पीसीएस अफसर के पद से इस्‍तीफा देकर 25 जुलाई 2016 को उन्होंने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। इसी दिन पार्टी ने उन्‍हें दर्जा प्राप्त मंत्री के रूप में निर्माण निगम का सलाहकार बनाया था। डॉ. शुक्ला की पत्नी डॉ. सुरभि शुक्ला को एसपी की कद्दावर नेताओं में गिना जाता है। वह भी दो बार दर्जा प्राप्त मंत्री रह चुकी हैं।   अखिलेश यादव ने लिस्ट से बाहर कर दिया था नाम   अखिलेश सरकार में उन्हें आवास विकास परिषद का प्रभार दिया गया था। सनद रहे कि सुरभि शुक्ला को शिवपाल खेमे का सशक्त नेता माना जाता था। 2017 के यूपी चुनाव में इनके टिकट को लेकर मुलायम परिवार में रार हुई थी। मुलायम यादव और शिवपाल यादव टिकट देने के पक्ष में थे, वहीं अखिलेश यादव ने इनका नाम लिस्ट से बाहर कर दिया था।   पति-पत्नी की ओर से बयान भी आए थे लेकिन मुलायम सिंह यादव के हस्तक्षेप पर पति-पत्नी बैकफुट पर आ गए। अंत में मुलायम के कहने पर ही दोनों ने एसपी का दामन पकड़े रखा।
सोमवार, 23 दिसम्बर , 2024

आम आदमी पार्टी ने जारी की 100 संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट,सुलतानपुर से डाँ संदीप शुक्ला होगे आप प्रत्याशी_रिपोर्ट_अज़हर अब्बास

 

आम आदमी पार्टी ने जारी की 100 संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट,सुलतानपुर से डाँ संदीप शुक्ला होगे आप प्रत्याशी_रिपोर्ट_अज़हर अब्बास

सुलतानपुर—दिल्ली में दुबारा सत्ता हासिल करने वाली आप ने यूपी में इंट्री कर ली है। राम की नगरी अयोध्या से उसने भी मिशन 2022 का आगाज किया और ठीक 24 घंटे बाद यूपी से 100 संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी गई। इसमें सुल्तानपुर से पार्टी जिलाध्यक्ष व पूर्व राज्यमंत्री डॉ. संदीप शुक्ला का भी नाम है।

 

टिकट की घोषणा के बाद डॉ. संदीप शुक्ला ने बातचीत में बताया कि दिल्ली मॉडल के तर्ज पर हम चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक को गौर करना चाहिए कि जिस तरह दिल्ली में साक्षर लोगों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने टिकट दिया था। वही काम यूपी में भी किया है। डॉक्टर, इंजीनियर और शिक्षित लोगों को तरजीह दी गई है।

 

उन्होंने बताया कि टिकट बंटवारा सिफारिश पर नहीं बल्कि ग्राउंड पर जांच पड़ताल के बाद दिया गया है। उन्होंने ये भी कहा कि सांसद संजय सिंह ने टिकट की लिस्ट जारी करके बता दिया है कि यूपी में केजरीवाल मॉडल ही अब लागू होगा। संदीप शुक्ला ने कहा कि हमें समय मिला है और हम हाईकमान के भरोसे को पूरा करके दिखाएंगे।

 

2020 में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली थी

 

डॉ. संदीप शुक्ला ने दिसंबर 2020 में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली थी। इससे पूर्व पीसीएस अफसर के पद से इस्‍तीफा देकर 25 जुलाई 2016 को उन्होंने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। इसी दिन पार्टी ने उन्‍हें दर्जा प्राप्त मंत्री के रूप में निर्माण निगम का सलाहकार बनाया था। डॉ. शुक्ला की पत्नी डॉ. सुरभि शुक्ला को एसपी की कद्दावर नेताओं में गिना जाता है। वह भी दो बार दर्जा प्राप्त मंत्री रह चुकी हैं।

 

अखिलेश यादव ने लिस्ट से बाहर कर दिया था नाम

 

अखिलेश सरकार में उन्हें आवास विकास परिषद का प्रभार दिया गया था। सनद रहे कि सुरभि शुक्ला को शिवपाल खेमे का सशक्त नेता माना जाता था। 2017 के यूपी चुनाव में इनके टिकट को लेकर मुलायम परिवार में रार हुई थी। मुलायम यादव और शिवपाल यादव टिकट देने के पक्ष में थे, वहीं अखिलेश यादव ने इनका नाम लिस्ट से बाहर कर दिया था।

 

पति-पत्नी की ओर से बयान भी आए थे लेकिन मुलायम सिंह यादव के हस्तक्षेप पर पति-पत्नी बैकफुट पर आ गए। अंत में मुलायम के कहने पर ही दोनों ने एसपी का दामन पकड़े रखा।

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