पूरी सादगी के साथ समाजवादी पार्टी उम्मीदवार “जय चौबे” ने दाख़िल किया नामांकन.
*संतकबीरनगर जिले में जमीनी नेता के रूप में जाने गए निवर्तमान सदर विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी उर्फ जय चौबे ने बड़े ही सादगीपूर्ण तरीके से अपना नामांकन दाख़िल किया। आपको बता दें कि पूर्व में घोषित प्रत्याशी अब्दुल कलाम की जगह नामांकन के एक दिन पहले समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार बनाये गए जय चौबे की पहचान कद्दावर नेता के रूप में की जाती है जिन्होंने आज से लगभग 25 वर्ष पहले राजनीति में एंट्री की। राजनीति के शुरुवाती सफर में ही बड़ा चमत्कार करते हुए जिला पंचायत के उपाध्यक्ष बने थे। जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद के बाद उनकी राजनीति में पकड़ और मजबूत होती गयी। साल 2005 में वो खलीलाबाद के ब्लॉक प्रमुख बने फिर साल 2010 में अपने भाई राकेश चतुर्वेदी को नाथनगर ब्लॉक का प्रमुख बनवाया। साल 2012 में भाजपा की टिकट से विधायकी लड़े जय चौबे मामूली अंतरों से चुनाव हार गए थे, जिसके बाद उनका संघर्ष और तेज हुआ और वो पुनः भाजपा के टिकट से वर्ष 2017 में खलीलाबाद के विधायक बने। खलीलाबाद का विधायक रहते हुए उन्होंने पंचायत चुनाव में जब भाजपा शीर्ष नेतृत्व से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बलराम यादव को और सेमरियावां ब्लॉक प्रमुख पद के लिए अपने खासमखास मुमताज़ अहमद के लिए टिकट की मांग की तब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उनकी मांगों को अनसुना कर दिया। जिसके बाद जय चौबे ने खुद के बाहुबल पर भरोसा करते हुए अपने दोनों करीबियों को समाजवादी पार्टी से टिकट दिलवाते हुए दोनों को विजयी बनाया। यहीं से जय चौबे का भाजपा से मोहभंग हुआ औऱ वो कुछ ही महीनों बाद लखनऊ में सपा सुप्रीमो अखिलेश की मौजूदगी में सपा का दामन थाम लिया। सपा का दामन थामने वाले जय चौबे को ये यकीन था कि सपा का शीर्ष नेतृत्व उन्हें टिकट देगा लेकिन अचानक ही मेंहदावल के पूर्व विधायक रहे अब्दुल कलाम को खलीलाबाद से उम्मीदवार बना दिया गया। उम्रदराज़ अब्दुल कलाम को टिकट दिए जाने के बाद शीर्ष नेतृत्व के फैसले को लेकर नाराजगी जताते हुए सपा समर्थकों ने सोशल मीडिया में हजारों पोस्ट डाले। खैर अंत भला तो सब भला की कहावत उस वक्त चरितार्थ हुई जब सपा सुप्रीमो ने गोपनीय सर्वे को आधार मानते हुए अब्दुल कलाम का टिकट काट जय चौबे को खलीलाबाद सीट के लिए उम्मीदवार बनाया। सपा से उम्मीदवार बनाये जाने के बाद जय चौबे जब खलीलाबाद स्थित आवास पर पहुंचे तब उनके हजारों समर्थकों ने जिलाध्यक्ष गौहर अली खान और पार्टी के अन्य पदाधिकारियों की अगुवाई में उनका ज़ोरदार स्वागत किया। तस्वीरों में आप भी देख सकते हैं वो अपार भीड़ जो सपा उम्मीदवार जय चौबे के स्वागत में उमड़ पड़ी थी, ये दृश्य किसी जनसभा स्थल का नही बल्कि निवर्तमान विधायक व सपा उम्मीदवार जय चौबे के खलीलाबाद कार्यालय का है। यहां पर स्वागत का सिलसिला टूट ही नही रहा था, हजारों की तादात में जुटे सपाई और समर्थकों से मिले आशीर्वाद प्राप्ति के बाद जय चौबे कलेक्ट्रेट पहुंचे। दर्जनो लग्जरी वाहनों के साथ अक्सर हनक बनाकर चलने वाले जय चौबे आज जब एक ही वाहन के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे तो लोग चौंक गए, लोगों को ये यकीन ही नही था कि जय चौबे इतने सादगी से नामांकन दाखिल करने पहुंचेंगे, कलेक्ट्रेट स्थित नामांकन कक्ष पहुंचे सपा उम्मीदवार जय चौबे ने अपना नामांकन दाखिल किया, नामांकन दाखिले के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ने की बात कहते हुए ये दावा किया कि वो जितना वोट भाजपा और बसपा को जोड़कर मिलेगा उससे ज्यादे मत पाकर वो प्रचंड मतों से चुनाव जीत रहें हैं,जनता का प्रेम और आशीर्वाद उन्हें मिल रहा है, उम्मीदवार जय चौबे ने दावा करते हुए कहा कि इस बार प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी और अखिलेश जी मुख्यमंत्री बनेंगे*