लाइव भारत समाचार में आपका स्वागत है यूक्रेन से वापस लौटी कासगंज की छात्रा परिवार में खुशी की लहर। [video width="640" height="352" mp4="https://livebharatsamachar.com/wp-content/uploads/2022/03/VID-20220307-WA0001.mp4"][/video] यूक्रेन के डीनप्रो  शहर में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा दामिनी शाक्य आज अपने गृह नगर कासगंज पहुंचे दामिनी अभी दिसंबर में ही एमबीबीएस में एडमिशन लेने यूक्रेन गई थी वहां उनका दाखिला डीनप्रो शहर में हुआ डीनप्रो शहर में शिक्षा ग्रहण कर रहीं दामिनी रूस यूक्रेन युद्ध के बाद डीनप्रो  से 20 घंटे का सफर तय कर 1200 किलोमीटर की यात्रा के बाद रोमानिया पहुंची रोमानिया से दामिनी को दिल्ली की फ्लाइट मिली दामिनी यूक्रेन में प्रवास के दौरान 20 फरवरी के बाद कई बार बनकर और हॉस्टल के भी चक्कर लगाती रही यूक्रेन के टर्नओपिल शहर मैं एमबीबीएस की शिक्षा प्राप्त कर रही शिवानी बीते शुक्रवार देर शाम घर पहुंची , उन्होंने बताया कि टर्नओपिल से ट्रेन के जरिए वह कीव तक जा रही थी उसी दरमियान एक बम धमाका हुआ और ट्रेन रद्द कर दी गई मजबूरन  विनितसिया  स्टेट में शिवानी की ट्रेन रुकी यहां से वापस  तक जाना और फिर टर्नओपिल से पोलैंड तक का जो सफर रहा बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा शिवानी के मुताबिक पोलैंड में 3 दिन भूखे रहना पड़ा और माइनस 5 डिग्री तापमान में आग के सहारे उन्होंने अपना  समय गुजारा      
सोमवार, 23 दिसम्बर , 2024

कासगंज यूक्रेन से वापस लौटी की छात्रा परिवार में खुशी की लहर।

यूक्रेन से वापस लौटी कासगंज की छात्रा परिवार में खुशी की लहर।

यूक्रेन के डीनप्रो  शहर में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा दामिनी शाक्य आज अपने गृह नगर कासगंज पहुंचे दामिनी अभी दिसंबर में ही एमबीबीएस में एडमिशन लेने यूक्रेन गई थी वहां उनका दाखिला डीनप्रो शहर में हुआ डीनप्रो शहर में शिक्षा ग्रहण कर रहीं दामिनी रूस यूक्रेन युद्ध के बाद डीनप्रो  से 20 घंटे का सफर तय कर 1200 किलोमीटर की यात्रा के बाद रोमानिया पहुंची रोमानिया से दामिनी को दिल्ली की फ्लाइट मिली दामिनी यूक्रेन में प्रवास के दौरान 20 फरवरी के बाद कई बार बनकर और हॉस्टल के भी चक्कर लगाती रही यूक्रेन के टर्नओपिल शहर मैं एमबीबीएस की शिक्षा प्राप्त कर रही शिवानी बीते शुक्रवार देर शाम घर पहुंची , उन्होंने बताया कि टर्नओपिल से ट्रेन के जरिए वह कीव तक जा रही थी उसी दरमियान एक बम धमाका हुआ और ट्रेन रद्द कर दी गई मजबूरन  विनितसिया  स्टेट में शिवानी की ट्रेन रुकी यहां से वापस  तक जाना और फिर टर्नओपिल से पोलैंड तक का जो सफर रहा बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा शिवानी के मुताबिक पोलैंड में 3 दिन भूखे रहना पड़ा और माइनस 5 डिग्री तापमान में आग के सहारे उन्होंने अपना  समय गुजारा

 

 

 

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