सफल रहा क्षत्रिय समागम : एक मंच पर आए क्षत्रियों ने ली एकता की शपथ,
संतकबीरनगर जिले के बनियाबारी स्थित एक निजी मैरेज हाल में क्षत्रिय महासभा राजपूत समाज अखंड भारत के द्वारा क्षत्रीय समागम का आयोजन किया गया जिसमें देश के कोने कोने से आये क्षत्रियों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई। क्षत्रिय समागम में पहुंचे अतिथियों के स्वागत के साथ सभी रक्त वंशजो का संगठन के जिम्मेदारों ने ज़ोरदार स्वागत करते हुए उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया, देश के विभिन्न हिस्सों से आए रक्त वंशजो का स्वागत राजे रजवाड़ों के जमाने की याद दिलाते नजर आए, हाथी घोड़ो के साथ नगाड़ो की तेज आवाज और फूलों के हार से आये हुए सभी अतिथियों का संगठन के जिम्मेदारों में शामिल प्रदीप सिंह सिसौदिया, श्री नारायण सिंह, सचिन पाल सिंह समेत तमाम लोगों ने किया।
जिले के बनियाबारी स्थित एक निजी मैरेज हाल में आयोजित यह कार्यक्रम पूरी तरह से आ-राजनैतिक था जिसमें किसी भी प्रकार की राजनीति से प्रेरित बात न होकर सिर्फ क्षत्रिय समाज के एकजुटता पर बातें हुईं, समागम कार्यक्रम में आये लोगों को हल्दी घाटी की माटी से तिलक करते हुए सभी को सम्मानित भी किया गया। इस दौरान क्षत्रिय समाज ने कद्दावर नेता रहे राजेश सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रधांजलि भी दी। समागम कार्यक्रम में क्षत्रिय वंशावली के गौरवशाली इतिहास, वंश की कुल देवी देवियों और महापुरुषों से सम्बंधित चित्र गैलरी के माध्यम से रक्त बंधुओ को उनके गौरवशाली अतीत से परिचित कराया गया।कार्यक्रम में मुख्यरूप से स्वामी गांगेय हंस, पीसीएस संघ के पूर्व अध्यक्ष बाबा श्री हरिदेव सिंह, पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह, पूर्व डीजीपी यशपाल सिंह, निदेशक एन. डी.डी.बी.और प्रोफेसर बीएचयू डॉ गुरु प्रसाद सिंह, काकोरी कांड के नायक राम प्रसाद विस्मिल के भतीजे बिजेंद्र सिंह तोमर के अलावा करणी सेना के जिम्मेदारों समेत विभिन्न क्षत्रीय संगठनों से जुड़े लोगो ने अपनी ज़ोरदार उपस्थिति दर्ज कराते हुए समाज के एकता का परिचय दिया। कार्यक्रम आयोजन को लेकर क्षत्रित महासभा राजपूत समाज अखंड भारत के जिम्मेदारों में से एक श्रीनारायण सिंह और पूर्व ब्लॉक प्रमुख नाथनगर दिगपाल पाल ने क्या कुछ कहा? आइये सुनते हैं उन्ही की जुबानी