बस्ती, 25 फरवरी लाइव भारत समाचार:- कोरोना संकट काल के दौरान जब लोग अपने अपने घरों में कैद थे,उस समय जिला चिकित्सालय बस्ती में आयुष चिकित्साधिकारी डॉ. वी. के. वर्मा कोरोना मरीजो की सेवा,उपचार के साथ ही खाली समय में कोरोना से केंद्रित उत्साह पैदा करने वाली कविताएं रच कर भयभीत जन मानस को नया हौसला दे रहे थे।उनके कई खंडों में रचे छिट पुट कविताओं का संग्रह कर कोरोना पर केंद्रित काब्य संग्रह ‘कोविड-19’का लोकार्पण देश के वरिष्ठ साहित्यकारों,समाजसेवियों, चिकित्सकों की उपस्थिति में डॉ0 वी के वर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस बसुआ पार में किया गया।जिसकी आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि डॉ0ज्ञानेंद्र द्विवेदी दीपक और संचालन एवं संयोजन डॉ0रामकृष्ण लाल जगमग ने किया।
लोकार्पण एवं कवि सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कवि डॉ0रविन्द्र श्रीवास्तव, ‘जुगानी भाई’नेकहा कि कवि साहित्यकार अपने दायित्वों से मुंह नहीं मोड़ते।डॉ0वी के वर्मा का प्रयास सराहनीय है।निश्चित रूप से उनकी कृत कोविड-19 आने वाली पीढ़ियों के लिए दस्तावेज बनेगी।यह कृत लोक संवेदना पर केंद्रित है।
प्रसिद्ध समालोचक डा0रघुवंश मणि त्रिपाठी,वरि0पत्रकार एवं समीक्षक दिनेश चंद्र पाण्डे,डॉ0सत्यब्रत, डॉ0 राम कृष्ण जग मग,ने कोविड-19,पर विभिन्न पहलुओं पर गंभीरता से विवेचना किया।डॉ0वी के वर्मा ने कहा निश्चित रूप से कोरोना मानव जीवन के समक्ष बड़ी चुनौती थी।मैंने एक चिकित्सक और कवि दोनों की भूमिका में स्वं को प्रस्तुत करने का प्रयास किया है।उन्हीने काब्य रचनाओं को भी प्रस्तुत किया।अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0फकरेयार हुसैन ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कहा कि एक चिकित्सक के रूप में डॉ0वी के वर्मा ने संबेदनशीलता का परिचय दिया है।
स्वागत गीत के बाद कवि सम्मेलन में प्रसिद्ध कवित्री डा0अंजना कुमार,सतेंद्र नाथ मतवाला, वरि0पत्रकार/कवि विनोद उपाध्याय, कवित्री अर्चना श्रीवास्तव, अजीत श्रीवास्तव,डॉ0अफजल हुसैन,अनवार फारसी,डॉ0अजय अश्क,ने अपने कविता के माध्यम से कोविड-19,रची पुस्तक सराहना की।आभार ज्ञापन डॉ0आलोक रंजन ने किया।कार्यक्रम में पवन कुमार गुप्ता,आंशिका,विवेक प्रकाश वर्मा,घनस्याम,आकाश,वीरेंद्र कुमार, शिव प्रसाद,शिव उपाध्याय,विनोद कुमार,ओम प्रकाश, मनोज गुप्ता,संतोष, मीना,शिव शंकर आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार