*निर्माण के देवता को लोगों ने श्रद्धा से पूजा,भगवान विश्वकर्मा आज के दिन दुनिया के 260 देशों में पूजे जाते हैं-डॉ0आर के विश्वकर्मा*
बस्ती,17 सितंबर-लाइव भारत समाचार:- निर्माण के देवता भगवान विश्वकर्मा की पूजा रविवार को जिले भर में श्रद्धा उल्लास के साथ की गई। इस दौरान विधि विधान और परंपरागत तरीके से पूजा अराधना की गई। अमहट घाट स्थित विश्वकर्मा मंदिर परिसर, राजकीय आईटीआइ, पालीटेक्निक कालेज, रोडवेज कार्यशाला सहित विभिन्न कारखानों व फैक्ट्रियों में पूजन का आयोजन हुआ।
अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा की ओर से विश्वकर्मा मंदिर परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में सबसे पहले भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष छेदीलाल विश्वकर्मा ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा निर्माण के देवता हैं उनकी पूजा समाज का हर वर्ग करता है। विशिष्ट अतिथि उप आयुक्त परिवहन डॉ आरके विश्वकर्मा ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा आज के दिन दुनिया के 260 देशों में पूजे जाते हैं। ऋग्वेद मैं भगवान विश्वकर्मा की 11 ऋचाएं हैं। इतनी ऋचाएं किसी भी देवता की नहीं है। भगवान विश्वकर्मा सृष्टि के रचनाकार, परिपालक, जगत नियंता है।
पूर्व विधायक दयाराम चौधरी ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा सृष्टि के रचनाकार हैं। विश्वकर्मा समाज हमेशा से रचनात्मक कार्यो के जरिए देश के विकास में तत्पर रहता है। ऑडिटर रमाकांत विश्वकर्मा ने कहा कि समाज के लोगों को अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान चाहिए। डॉ. अखिलेश शर्मा ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा किसी जाति विशेष के देवता नहीं हैं। जो भी निर्माण कार्य में लगा है सभी विश्वकर्मा हैं। इंजीनिय उमेश चंद्र विश्वकर्मा ने कहा कि सृष्टि की कोई ऐसी वस्तु नहीं है मोतीलाल विश्वकर्मा लाल सजन लाल विश्वकर्मा, शिव कुमार,श्याम किशोर शर्मा,मनीष विश्वकर्मा, रामजन्म विश्वकर्माने भगवान विश्वकर्मा के पुत्र मन, मय त्वष्टा, शिल्पी एवं दैवज्ञ के कार्यो और महत्व पर विस्तार से चर्चा की। सांसद प्रतिनिधि जगदीश शुक्ल, नगर पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि अंकुर वर्मा,शुक्ल ने भी अपने विचार रखे। राम भवन यादव एंड पार्टी ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। संचालन की जिम्मेदारी जीआरएस इंटर कॉलेज के प्रवक्ता श्रीनाथ विश्वकर्मा ने निभाई।
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी, विश्वकर्मा महासभा के पूर्व जिलाध्यक्ष नागेंद्र शर्मा, मोतीलाल विश्वकर्मा, जयप्रकाश विश्वकर्मा, आचार्य नोखई प्रसाद, मेंहीलाल विश्वकर्मा, रामकेश विश्वकर्मा, उमेशचंद्र विश्वकर्मा , राजेश विश्वकर्मा, सत्येंद्र विश्वकर्मा,रामअचल शर्मा, दीनानाथ शर्मा, जगराम शर्मा, रामसागर विश्वकर्मा, जेडी विश्वकर्मा, प्रमोद शर्मा,रामजी शर्मा, चौथीराम विश्वकर्मा, रामकिशोर शर्मा, राजदेव विश्वकर्मा,वेदरत्न,अमन शर्मा मौजूद रहे।
रिपोर्ट:- बस्ती ब्यूरो-लाइव भारत समाचार