लाइव भारत समाचार में आपका स्वागत है [video width="848" height="480" mp4="https://livebharatsamachar.com/wp-content/uploads/2024/03/WhatsApp-Video-2024-03-04-at-10.46.45-PM.mp4"][/video] बस्ती, 04 मार्च , लाइव भारत समाचार :- ब्लाइन्ड विडो बनाने वाली हिन्दुस्तान की अग्रणी कंपनी एस.एस.जी. फर्निशिंग इण्डिया लिमिटेड के चेयरमैन चन्द्रभूषण मिश्रा ने कहा कि योगी मोदी सरकार के कार्यकाल में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है। यह निरन्तरता बनी रही तो भारत कुछ ही वर्षो में विकसित राष्ट्र हो जायेगा। श्री मिश्र यहां स्टेशन रोड स्थित एक होटल के सभागर में प्रेस प्रतिनिधियों से बात कर रहे थे। उन्होंने बताया कि स्नातक की परीक्षा पास करने के बाद उनका जीवन काफी संघर्षमय वर्ष रहा। 2015 में एस.एस.जी. फर्निशिंग इण्डिया लि. की स्थापना की। वर्ष 2015-16 में कंपनी ने 32 लाख रुपए का बिजनेस किया। आज एसएसजी ग्रुप कंपनी पब्लिक लिमिटेड है, तथा पूरे हिंदुस्तान में इसकी 24 कंपनियां है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 से पहले एस.एस.जी. के पास एक छोटी सी फैक्ट्री दिल्ली में थी। वर्ष 2019 में यमुना विकास प्राधिकरण ने 6,300 वर्ग मीटर जमीन फैक्ट्री लगाने के लिए दिया। वर्ष 2023 में यूपी में उन्होंने 610 करोड रुपए इन्वेस्ट करने का एग्रीमेंट साइन किया जिस पर कार्य प्रगति में है। श्री मिश्रा ने बताया 28 फरवरी 2024 को उन्होंने पीएम मित्रा के तहत यूपी के टेक्सटाइल डायरेक्टर राजेश कुमार एवं टेक्सटाइल मिनिस्टर राकेश सचान से संपर्क कर एक एमओयू साइन किया है, जिसमें लखनऊ के पास विकसित की जा रहे औ‌द्योगिक क्षेत्र में 100 एकड़ में फैक्ट्री लगाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि विश्व के विभिन्न देशों का भ्रमण करने के दौरान मेरा भारत के संबंध में 10 साल पहले के अनुभव और अब के अनुभव में काफी अलग है। अब विश्व में भारत की पहचान पहले से 100 गुना ज्यादा है। उन्होंने कहा कि एक साल पहले हमारे प्रधानमंत्री ने विकसित भारत का संकल्प लिया, और 2047 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा। परंतु मैं अपने अनुभव से बताना चाहता हूं कि यह टारगेट 10 साल पहले पूरा हो सकता है। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में प्रोजेक्ट लगाने के लिये सरकार से मिले सहयोग के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि एसएसजी का अगला कदम पीएम मित्रा पार्क लखनऊ में 100 एकड़ एरिया में टेक्सटाइल फैक्ट्री लगाकर उत्पादन शुरू करने का है, जो जमीन पर कब्जा मिलने के 5 साल के अंदर शुरू करना है, जिससे पहले फेस में कुल मिलाकर 4000 लोगों को रोजगार मिलेगा, जिसमें बस्ती जनपद के युवाओं को मौका दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि मैं बस्ती जनपद में भी विकास के लिए कुछ करने की योजना बना रहा हूं, जिससे देश और प्रदेश का विकास संभव हो। उन्होंने इसके लिये मीडिया से भी सुझाव मांगा। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर दिया तो अवश्य ही बस्ती के विकास के लिए कुछ करूंगा। उन्होंने कहा कि मेरी प्रतिज्ञा है कि मैं वर्ष 2040 तक एक लाख लोगों को सीधे तौर पर रोजगार दे सकूं। बस्ती जनपद के नगर थाना क्षेत्र में तिनपेड़िया गांव के रहने वाले 41 वर्षीय चन्द्रभूषण मिश्रा बेहद सकारात्मक और निर्माण की प्रवृत्ति वाले व्यक्ति हैं। 1991 में स्नातक की परीक्षा पास करने के उपरान्त लोगों को बिना बताए घर से दिल्ली चले गए, एक प्राइवेट कंपनी में डिलीवरी बॉय की नौकरी ज्वाइन की। उनका कार्य व्यवहार, कार्य के प्रति लगन ऐसा रहा कि वर्ष 2014 में उन्होंने उसी कंपनी में सीईओ के पद पर से रिजाइन किया। उनकी भीतर यह इच्छा जागृत हुई कि नौकरी मांगने की बजाय नौकरी देना बेहतर है। उनका मानना है कि कुछ लोगों के प्रयासों से यदि बहुत लोगों को रोजगार मिले तो इससे बड़ा कोई योगदान नही हो सकता। रिपोर्ट ,बस्ती ब्यूरो : लाइव भारत समाचार
सोमवार, 23 दिसम्बर , 2024

यसयसजी ग्रुप लखनऊ के विकसित होने वाले औद्योगिक क्षेत्र में टेक्सटाइल्स फैक्ट्री लगाने का लिया निर्णय, बस्ती के युवाओं को देंगे रोजगार- चंद्रभूषण मिश्रा

बस्ती, 04 मार्च , लाइव भारत समाचार :- ब्लाइन्ड विडो बनाने वाली हिन्दुस्तान की अग्रणी कंपनी एस.एस.जी. फर्निशिंग इण्डिया लिमिटेड के चेयरमैन चन्द्रभूषण मिश्रा ने कहा कि योगी मोदी सरकार के कार्यकाल में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है। यह निरन्तरता बनी रही तो भारत कुछ ही वर्षो में विकसित राष्ट्र हो जायेगा। श्री मिश्र यहां स्टेशन रोड स्थित एक होटल के सभागर में प्रेस प्रतिनिधियों से बात कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि स्नातक की परीक्षा पास करने के बाद उनका जीवन काफी संघर्षमय वर्ष रहा। 2015 में एस.एस.जी. फर्निशिंग इण्डिया लि. की स्थापना की। वर्ष 2015-16 में कंपनी ने 32 लाख रुपए का बिजनेस किया। आज एसएसजी ग्रुप कंपनी पब्लिक लिमिटेड है, तथा पूरे हिंदुस्तान में इसकी 24 कंपनियां है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 से पहले एस.एस.जी. के पास एक छोटी सी फैक्ट्री दिल्ली में थी। वर्ष 2019 में यमुना विकास प्राधिकरण ने 6,300 वर्ग मीटर जमीन फैक्ट्री लगाने के लिए दिया। वर्ष 2023 में यूपी में उन्होंने 610 करोड रुपए इन्वेस्ट करने का एग्रीमेंट साइन किया जिस पर कार्य प्रगति में है।

श्री मिश्रा ने बताया 28 फरवरी 2024 को उन्होंने पीएम मित्रा के तहत यूपी के टेक्सटाइल डायरेक्टर राजेश कुमार एवं टेक्सटाइल मिनिस्टर राकेश सचान से संपर्क कर एक एमओयू साइन किया है, जिसमें लखनऊ के पास विकसित की जा रहे औ‌द्योगिक क्षेत्र में 100 एकड़ में फैक्ट्री लगाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि विश्व के विभिन्न देशों का भ्रमण करने के दौरान मेरा भारत के संबंध में 10 साल पहले के अनुभव और अब के अनुभव में काफी अलग है। अब विश्व में भारत की पहचान पहले से 100 गुना ज्यादा है। उन्होंने कहा कि एक साल पहले हमारे प्रधानमंत्री ने विकसित भारत का संकल्प लिया, और 2047 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा।

परंतु मैं अपने अनुभव से बताना चाहता हूं कि यह टारगेट 10 साल पहले पूरा हो सकता है। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में प्रोजेक्ट लगाने के लिये सरकार से मिले सहयोग के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि एसएसजी का अगला कदम पीएम मित्रा पार्क लखनऊ में 100 एकड़ एरिया में टेक्सटाइल फैक्ट्री लगाकर उत्पादन शुरू करने का है, जो जमीन पर कब्जा मिलने के 5 साल के अंदर शुरू करना है, जिससे पहले फेस में कुल मिलाकर 4000 लोगों को रोजगार मिलेगा, जिसमें बस्ती जनपद के युवाओं को मौका दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि मैं बस्ती जनपद में भी विकास के लिए कुछ करने की योजना बना रहा हूं, जिससे देश और प्रदेश का विकास संभव हो। उन्होंने इसके लिये मीडिया से भी सुझाव मांगा। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर दिया तो अवश्य ही बस्ती के विकास के लिए कुछ करूंगा। उन्होंने कहा कि मेरी प्रतिज्ञा है कि मैं वर्ष 2040 तक एक लाख लोगों को सीधे तौर पर रोजगार दे सकूं।

बस्ती जनपद के नगर थाना क्षेत्र में तिनपेड़िया गांव के रहने वाले 41 वर्षीय चन्द्रभूषण मिश्रा बेहद सकारात्मक और निर्माण की प्रवृत्ति वाले व्यक्ति हैं। 1991 में स्नातक की परीक्षा पास करने के उपरान्त लोगों को बिना बताए घर से दिल्ली चले गए, एक प्राइवेट कंपनी में डिलीवरी बॉय की नौकरी ज्वाइन की। उनका कार्य व्यवहार, कार्य के प्रति लगन ऐसा रहा कि वर्ष 2014 में उन्होंने उसी कंपनी में सीईओ के पद पर से रिजाइन किया। उनकी भीतर यह इच्छा जागृत हुई कि नौकरी मांगने की बजाय नौकरी देना बेहतर है। उनका मानना है कि कुछ लोगों के प्रयासों से यदि बहुत लोगों को रोजगार मिले तो इससे बड़ा कोई योगदान नही हो सकता।

रिपोर्ट ,बस्ती ब्यूरो : लाइव भारत समाचार

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