बस्ती , 16 जुलाई : लाइव भारत समाचार :- इस बार बाढ़ पीड़ित परिवारों को 2883 रुपए की राहत सामग्री मुफ्त वितरित की जाएगी। इसके लिए पूर्ति विभाग ने टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर लिया है और आपूर्ति करने वाली कंपनी को जल्द से जल्द राहत सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही कम से कम पांच सौ राहत पैकेट हर समय रिजर्व रखा जाएगा।
इस बार बाढ़ पीड़ितों के लिए जिला प्रशासन ने 2883 रुपए का राहत पैकेट मुफ्त में उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। जबकि पिछली बार यह पैकेट 73 रुपए कम यानी कि 2810 रुपए में तैयार किए गए थे। यही नहीं इसके तीन साल पूर्व 2021 में 1687 रुपए प्रति पैकेट खरीदारी हुई थी। इस बार बाढ़ पीड़ितों के लिए जिला प्रशासन प्रति पैकेट 73 रुपये मंहगा खरीदारी करेगा। पैकेट में मौजूद राहत सामग्री की गुणवत्ता के साथ प्रशासन किसी भी प्रकार का कोई भी समझौता नहीं करेगा।
बस्ती में हर साल सैकड़ों परिवार बाढ़ की विभीषिका झेलते हैं। जिला प्रशासन आपूर्तिकर्ता एजेंसी से राहत पैकेट खरीद कर बाढ़ पीड़ित परिवारों को मुफ्त में राहत पैकेट उपलब्ध कराता है। अगर बाढ़ की स्थिति लगातार स्थिर रहती है तो दोबारा मुफ्त पैकेट वितरित किए जाते हैं। इस बार प्रदेश की कई नामी-गिरामी फर्मों ने इसके लिए जिले की निविदा में हिस्सा लिया था। जनपद स्तरीय समिति ने यह जिम्मेदारी अपने जिले के विनोद ट्रेडर्स को सौंपी है। जिसने 2883 रुपये प्रति पैकेट की दर से राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए करार किया है। जिला पूर्ति अधिकारी सत्यवीर सिंह ने बताया कि राहत पैकेट आपूर्ति करने वाली एजेंसी को गुणवत्तायुक्त सामग्री उपलब्ध कराने की हिदायत दी गई है।
पूर्ति विभाग के नवीन चौधरी के अनुसार शासनादेश व डीएम के आदेशानुसार इस धनराशि में दो पैकेट व अलग से सामग्री शामिल की गई है। पहले पैकेट में पांच किलो लाई, दो किलो भूना चना, एक किलो गुड़, दस पैकेट बिस्कुट, एक पैकेट माचिस, एक पैकेट बड़ी मोमबत्ती व दो नहाने का साबुन दिया जाएगा। इसके अलावा दूसरे पैकेट में दस किलो आटा, दस किलो चावल, दो किलो अरहर दाल, एक किलो नमक, 200 ग्राम हल्दी पाउडर का पैकेट, सौ ग्राम मिर्च पैकेट, 200 ग्राम सब्जी मसाला व एक लीटर सरसो का तेल दिया जाएगा। इसके अलावा अलग से जालीदार बोरे में दस किलो आलू, पानी के लिए 20 लीटर का गैलन व 120 वर्ग फिट का मोटा त्रिपाल दिया जाएगा।
इस बार पांच सौ राहत पैकेट हमेशा रिजर्व रखा जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत उसका वितरण बाढ़ पीड़ितों परिवारों में किया जा सके। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त पैकेट का भी इंतजाम किया जाएगा।
रिपोर्ट ,बस्ती ब्यूरो : लाइव भारत समाचार