लाइव भारत समाचार में आपका स्वागत है बस्ती, 02 अगस्त : लाइव भारत समाचार :- अयोध्या सांसद के करीबी मोइन खान द्वारा किशोरी संग बलात्कार तथा लखनऊ के गोमतीनगर में जलजमाव के बीच बाइकसवार युवक, युवती को गिराकर शोहदों के द्वारा बैड टच किये जाने के मामले में वरिष्ठ भाजपा नेता राजेन्द्रनाथ तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होने कहा समाजवादी वो है जिसमे राम की मार्यादा, कृष्ण की नीति और शंकर का मस्तिष्क हो। समाजवादियों ने इन सबको छोड़ दिया है। आचार्य नरेन्द्रदेव और लोहिया के सिद्धान्तों पर खड़ी हुई समाजवादी पार्टी ने खुद इन सिद्धान्तों को तिलांजलि दे दिया है। सक्सेस एट एनी कास्ट के सिद्धान्त पर चलकर पार्टी केवल सत्ता में स्थापित होने के लिये कार्य कर रही है। उन्होने कहा अयोध्या मामले में आरोपी को संरक्षण प्रदान कर रहे सांसद अवधेश प्रसाद के खिलाफ भी सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत होना चाहिये। दूसरा मामला जो लखनऊ का है, ऐसे मामले पारिवारिक पाठशाला और माता पिता को प्रथम गुरू न मानने वाले असस्कारित पीढ़ी के गुमराह होने की परिणति है। इसकी जितनी निंदा की जाये कम है। धीरे धीरे पाश्चात्य संस्कृति हम पर हावी होती जा रही है जो भारतीय परिवेश में बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। रिपोर्ट ,बस्ती ब्यूरो : लाइव भारत समाचार
सोमवार, 23 दिसम्बर , 2024

अयोध्या मामले में आरोपी को संरक्षण प्रदान कर रहे,अयोध्या सांसद पर दर्ज हो एफआईआर -राजेंद्र नाथ तिवारी

बस्ती, 02 अगस्त : लाइव भारत समाचार :- अयोध्या सांसद के करीबी मोइन खान द्वारा किशोरी संग बलात्कार तथा लखनऊ के गोमतीनगर में जलजमाव के बीच बाइकसवार युवक, युवती को गिराकर शोहदों के द्वारा बैड टच किये जाने के मामले में वरिष्ठ भाजपा नेता राजेन्द्रनाथ तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होने कहा समाजवादी वो है जिसमे राम की मार्यादा, कृष्ण की नीति और शंकर का मस्तिष्क हो। समाजवादियों ने इन सबको छोड़ दिया है। आचार्य नरेन्द्रदेव और लोहिया के सिद्धान्तों पर खड़ी हुई समाजवादी पार्टी ने खुद इन सिद्धान्तों को तिलांजलि दे दिया है।

सक्सेस एट एनी कास्ट के सिद्धान्त पर चलकर पार्टी केवल सत्ता में स्थापित होने के लिये कार्य कर रही है। उन्होने कहा अयोध्या मामले में आरोपी को संरक्षण प्रदान कर रहे सांसद अवधेश प्रसाद के खिलाफ भी सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत होना चाहिये। दूसरा मामला जो लखनऊ का है, ऐसे मामले पारिवारिक पाठशाला और माता पिता को प्रथम गुरू न मानने वाले असस्कारित पीढ़ी के गुमराह होने की परिणति है। इसकी जितनी निंदा की जाये कम है। धीरे धीरे पाश्चात्य संस्कृति हम पर हावी होती जा रही है जो भारतीय परिवेश में बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

रिपोर्ट ,बस्ती ब्यूरो : लाइव भारत समाचार

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