लाइव भारत समाचार में आपका स्वागत है [video width="848" height="480" mp4="https://livebharatsamachar.com/wp-content/uploads/2024/08/WhatsApp-Video-2024-08-05-at-10.40.01-PM.mp4"][/video] बस्ती , 05 अगस्त : लाइव भारत समाचार :- फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत एम.डी.ए. अभियान के सफल संचालन एवं जनजागरूकता के दृष्टिगत मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर.एस. दुबे की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में मीडिया ब्रीफिंग एवं संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जो 10 अगस्त से प्रारंभ होगी। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया रोग मच्छरों के काटने से होता है, जिसके प्रमुख लक्षण बुखार, बदन दर्द, चक्कर एवं मिचली आना आदि है। शारीरिक रूप से इसका लक्षण हाथी पॉव, हाइड्रोसील एवं महिलाओं में स्तन में सूजन के रूप में संक्रमित होने के पॉच से दस वर्ष बाद दिखायी देता है। उन्होने बताया कि रोग के रोकथाम एंव नियंत्रण हेतु प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम संचालित किया जाता है। कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक व्यक्ति को फाइलेरिया रोधी अषौधि डीआईसी एवं एलवेण्डाजोल टेबलेट खिलाई जाती है। इस दवा का सेवन खाली पेट करना होता है। गर्भवती महिला दो वर्ष से छोटो बच्चे एंव अत्यन्त गम्भीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों को यह दवा नही खिलायी जाती है। कार्यक्रम का संचालन जिला मलेरिया अधिकारी आई.ए. अंसारी ने किया। उन्होने बताया कि अभियान के सचालन हेतु जनपद में कुल 2305 टीमे लगायी गयी हैै। टीम के पर्यवेक्षण हेतु 387 पर्यवेक्षक लगाये गये है। सभी टीमों की निगरानी भी होती रहती है।कार्यक्रम में एसीएमओ डा. एस.बी. सिंह, डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव, डीसीएम दुर्गेश कुमार, राजेश चौधरी, उमेश कुमार, आरेन्द्र दुबे, पंकज चौधरी, रामनरायन, रोटेरियन एल.के. पाण्डेय, अनिल सिंह, आशुतोष तिवारी सहित विभागीय अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहें। रिपोर्ट , बस्ती ब्यूरो : लाइव भारत समाचार
सोमवार, 23 दिसम्बर , 2024

10 अगस्त से प्रारंभ होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में बचाव की सीएमओ ने दी जानकारी

बस्ती , 05 अगस्त : लाइव भारत समाचार :- फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत एम.डी.ए. अभियान के सफल संचालन एवं जनजागरूकता के दृष्टिगत मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर.एस. दुबे की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में मीडिया ब्रीफिंग एवं संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जो 10 अगस्त से प्रारंभ होगी। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया रोग मच्छरों के काटने से होता है, जिसके प्रमुख लक्षण बुखार, बदन दर्द, चक्कर एवं मिचली आना आदि है। शारीरिक रूप से इसका लक्षण हाथी पॉव, हाइड्रोसील एवं महिलाओं में स्तन में सूजन के रूप में संक्रमित होने के पॉच से दस वर्ष बाद दिखायी देता है।
उन्होने बताया कि रोग के रोकथाम एंव नियंत्रण हेतु प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम संचालित किया जाता है। कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक व्यक्ति को फाइलेरिया रोधी अषौधि डीआईसी एवं एलवेण्डाजोल टेबलेट खिलाई जाती है। इस दवा का सेवन खाली पेट करना होता है। गर्भवती महिला दो वर्ष से छोटो बच्चे एंव अत्यन्त गम्भीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों को यह दवा नही खिलायी जाती है।
कार्यक्रम का संचालन जिला मलेरिया अधिकारी आई.ए. अंसारी ने किया। उन्होने बताया कि अभियान के सचालन हेतु जनपद में कुल 2305 टीमे लगायी गयी हैै। टीम के पर्यवेक्षण हेतु 387 पर्यवेक्षक लगाये गये है। सभी टीमों की निगरानी भी होती रहती है।कार्यक्रम में एसीएमओ डा. एस.बी. सिंह, डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव, डीसीएम दुर्गेश कुमार, राजेश चौधरी, उमेश कुमार, आरेन्द्र दुबे, पंकज चौधरी, रामनरायन, रोटेरियन एल.के. पाण्डेय, अनिल सिंह, आशुतोष तिवारी सहित विभागीय अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहें।

रिपोर्ट , बस्ती ब्यूरो : लाइव भारत समाचार

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