लाइव भारत समाचार में आपका स्वागत है [video width="640" height="352" mp4="https://livebharatsamachar.com/wp-content/uploads/2023/02/WhatsApp-Video-2023-02-09-at-06.05.35.mp4"][/video] बस्ती ,09 फरवरी लाइव भारत समाचार बस्ती पहुंचे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख सचिव अरविंद राजभर ने लखनऊ का नाम बदलकर लखनपुरी किए जाने का समर्थन किया है। अरविंद राजभर कहा मुगलों ने अपने मनमाफिक अपने हिसाब से शहरों के नाम बदल दिए, यह शुरुआत 2017 से चलाई जा रही है मुझे खुशी इस बात की होगी कि यदि भारतीय जनता पार्टी लखनऊ का नाम लखनपुरी कर रही है तो गाजीपुर का नाम विश्वामित्र नगर व बहराइच का का नाम भारतीय सुहेलदेव राजभर नगर करें। अरविंद राज ने ब्राह्मणों पर मोहन भागवत के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें यह बात पहले समझ में आ जानी चाहिए थी यह शिक्षा जन जागरण की देन है कि मोहन भागवत जैसे बड़े व्यक्ति को यह कहने के लिए विवश होना पड़ा है अरविंद राजभर ने कहा कि यह ओमप्रकाश राजभर जी की देन है जो लगातार वंचित और पिछड़ी जातियों के नामों को गिना रहे थे। अखिलेश यादव के शुद्र वाले बयान के सवाल पर अरविंद राजभर ने कहा कि शायद अखिलेश यादव का नाम अखिलेश सिंह यादव है यह बात बोलने से पहले उन्हें खुद समझना चाहिए कि अगर आप शुद्र हैं तो नाम तुरंत बदल दीजिए बीजेपी तो तैयार है नाम को स्वीकार करने के लिए, वह खुद ही नाम बदलने की योजना बना रखी है हम लोग भी बना रखे हैं। अखिलेश यादव जी अपने नाम के आगे अखिलेश शुद्र लिख ले या फिर जाती लिखना बंद कर दें। वह क्यों कहते हैं कि मैं यादव हूं कि मुझे यादव होने पर गर्व है फिर फिर शूद्र की बात क्यों करते हैं शुद्र में बहुत सारी जाति आती हैं। बच्चे पढ़ लिखकर होनहार हैं उन्हें शुद्र, ब्राह्मण, क्षत्रिय से नहीं मतलब है उन्हें रोजी रोजगार और शिक्षा से मतलब है सुरक्षा से मतलब है। स्वामी प्रसाद मौर्या जी पता नहीं किधर डाइवर्ट कर रहे हैं अखिलेश यादव समझ नहीं पा रहे हैं। रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार
सोमवार, 23 दिसम्बर , 2024

जाति पर राजनीति डीएनए टेस्ट व नार्को टेस्ट हो अनिवार्य-अरविंद राजभर

बस्ती ,09 फरवरी लाइव भारत समाचार बस्ती पहुंचे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख सचिव अरविंद राजभर ने लखनऊ का नाम बदलकर लखनपुरी किए जाने का समर्थन किया है। अरविंद राजभर कहा मुगलों ने अपने मनमाफिक अपने हिसाब से शहरों के नाम बदल दिए, यह शुरुआत 2017 से चलाई जा रही है मुझे खुशी इस बात की होगी कि यदि भारतीय जनता पार्टी लखनऊ का नाम लखनपुरी कर रही है तो गाजीपुर का नाम विश्वामित्र नगर व बहराइच का का नाम भारतीय सुहेलदेव राजभर नगर करें।

अरविंद राज ने ब्राह्मणों पर मोहन भागवत के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें यह बात पहले समझ में आ जानी चाहिए थी यह शिक्षा जन जागरण की देन है कि मोहन भागवत जैसे बड़े व्यक्ति को यह कहने के लिए विवश होना पड़ा है अरविंद राजभर ने कहा कि यह ओमप्रकाश राजभर जी की देन है जो लगातार वंचित और पिछड़ी जातियों के नामों को गिना रहे थे।

अखिलेश यादव के शुद्र वाले बयान के सवाल पर अरविंद राजभर ने कहा कि शायद अखिलेश यादव का नाम अखिलेश सिंह यादव है यह बात बोलने से पहले उन्हें खुद समझना चाहिए कि अगर आप शुद्र हैं तो नाम तुरंत बदल दीजिए बीजेपी तो तैयार है नाम को स्वीकार करने के लिए, वह खुद ही नाम बदलने की योजना बना रखी है हम लोग भी बना रखे हैं। अखिलेश यादव जी अपने नाम के आगे अखिलेश शुद्र लिख ले या फिर जाती लिखना बंद कर दें। वह क्यों कहते हैं कि मैं यादव हूं कि मुझे यादव होने पर गर्व है फिर फिर शूद्र की बात क्यों करते हैं शुद्र में बहुत सारी जाति आती हैं। बच्चे पढ़ लिखकर होनहार हैं उन्हें शुद्र, ब्राह्मण, क्षत्रिय से नहीं मतलब है उन्हें रोजी रोजगार और शिक्षा से मतलब है सुरक्षा से मतलब है। स्वामी प्रसाद मौर्या जी पता नहीं किधर डाइवर्ट कर रहे हैं अखिलेश यादव समझ नहीं पा रहे हैं।

रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार

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