लाइव भारत समाचार में आपका स्वागत है [video width="640" height="352" mp4="https://livebharatsamachar.com/wp-content/uploads/2023/06/WhatsApp-Video-2023-06-04-at-195.mp4"][/video] बस्ती, 04 जून लाइव भारत समाचार:- जिले के रूधौली थाना क्षेत्र के पुरैना गांव निवासी 50 वर्षीय रामकृपाल पुत्र रामशब्द जान श्रीकृणा मिशन हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने बचा लिया। पीड़ित पूरी तरह स्वस्थ है और अस्पताल के प्रबंधन तथा चिकित्सकों को धन्यवाद दिया है। मिली जानकारी के अनुसार रामशब्द को पेट में भयानक दर्द हो रहा था। नित्यक्रिया भी नही हो रही थी। वरिष्ठ सर्जन अमित नायक ने जांचोपरान्त सर्जरी की सलाह दी। मरीज और परिजनों की सहमति से उसका आपरेशन किया गया, डाक्टर अमित नायक का कहना है कि पेट के अंदर मरीज की 4 फिट से ज्यादा आंत पूरी तरह सड़ चुकी थी, छूने मात्र से आंतें फटने लगती थी। सड़ी हुई आत काटकर निकाल दी गयी। इलाज हुआ, अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ है। रामशब्द के परिजनों ने कहा अस्पताल अत्याधुनिक संसाधनों से लैस न होता और चिकित्सक इतने जानकार न होते तो जान बचानी मुश्किल थी। रामशब्द ने कहा जब तक जियेंगे डाक्टर और अस्पताल प्रबंधन को धन्यवाद देते रहेंगे। अस्पताल के चेयरमैन बसंत चौधरी ने डाक्टर अमित नायक और उनकी टीम की सराहना करते हुये कहा जिन उद्देश्यों को लेकर अस्पताल खुला था उनमें सफलता मिल रही है। उन्होने कहा मरीज की स्थिति जैसी भी आसपास के जिलों के लोगों को एक बार श्रीकृष्णा मिशन अस्पताल में जरूर दिखाना चाहिये। यहां चिकित्सा सस्ती होने के साथ साथ भरोसेमंद भी है। रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार
सोमवार, 23 दिसम्बर , 2024

श्रीकृष्णा मिशन के चिकित्सकों की ग़जब की चिकित्सा, सड़ी आंत निकाल बचाई मरीज की जान

बस्ती, 04 जून लाइव भारत समाचार:- जिले के रूधौली थाना क्षेत्र के पुरैना गांव निवासी 50 वर्षीय रामकृपाल पुत्र रामशब्द जान श्रीकृणा मिशन हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने बचा लिया। पीड़ित पूरी तरह स्वस्थ है और अस्पताल के प्रबंधन तथा चिकित्सकों को धन्यवाद दिया है। मिली जानकारी के अनुसार रामशब्द को पेट में भयानक दर्द हो रहा था। नित्यक्रिया भी नही हो रही थी। वरिष्ठ सर्जन अमित नायक ने जांचोपरान्त सर्जरी की सलाह दी।

मरीज और परिजनों की सहमति से उसका आपरेशन किया गया, डाक्टर अमित नायक का कहना है कि पेट के अंदर मरीज की 4 फिट से ज्यादा आंत पूरी तरह सड़ चुकी थी, छूने मात्र से आंतें फटने लगती थी। सड़ी हुई आत काटकर निकाल दी गयी। इलाज हुआ, अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ है। रामशब्द के परिजनों ने कहा अस्पताल अत्याधुनिक संसाधनों से लैस न होता और चिकित्सक इतने जानकार न होते तो जान बचानी मुश्किल थी।

रामशब्द ने कहा जब तक जियेंगे डाक्टर और अस्पताल प्रबंधन को धन्यवाद देते रहेंगे। अस्पताल के चेयरमैन बसंत चौधरी ने डाक्टर अमित नायक और उनकी टीम की सराहना करते हुये कहा जिन उद्देश्यों को लेकर अस्पताल खुला था उनमें सफलता मिल रही है। उन्होने कहा मरीज की स्थिति जैसी भी आसपास के जिलों के लोगों को एक बार श्रीकृष्णा मिशन अस्पताल में जरूर दिखाना चाहिये। यहां चिकित्सा सस्ती होने के साथ साथ भरोसेमंद भी है।

रिपोर्ट: अनिल श्रीवास्तव लाइव भारत समाचार

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